Nawab Malik Case: नवाब मलिक के खिलाफ ईडी की चार्जशीट पर अदालत ने कहा- डी कंपनी से संबंध होने के सबूत

Nawab Malik Case: मंत्री नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मुंबई सत्र न्यायालय की एक विशेष अदालत ने पाया है कि इस बात के निर्णायक सबूत हैं कि डी कंपनी के सदस्यों से उन्होंने मदद ली है.

Update: 2022-05-22 04:59 GMT

Nawab Malik Case: नवाब मलिक के खिलाफ ईडी की चार्जशीट पर अदालत ने कहा- डी कंपनी से संबंध होने के सबूत

Nawab Malik Case: मंत्री नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मुंबई सत्र न्यायालय की एक विशेष अदालत ने पाया है कि इस बात के निर्णायक सबूत हैं कि डी कंपनी के सदस्यों से उन्होंने मदद ली है. उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन पर जमीन खरीद मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद की बहन हसीना पारकर के साथ वित्तीय लेन-देन करने का आरोप है.

बॉम्बे सत्र न्यायालय में एक विशेष पीएमएलए अदालत ने पाया है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि राज्य के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गिरोह से संबंध हैं. ईडी ने नवाब मलिक को 23 फरवरी को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. अदालत ने मलिक के खिलाफ मामले की सुनवाई के दौरान ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लिया. अदालत ने यह भी पाया कि नवाब मलिक सीधे तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे.

इसके अलावा ईडी ने नवाब मलिक पर गोवा को कंपाउंड दिलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. मंत्री नवाब मलिक ने हसीन पारकर के साथ लगातार बैठकें कीं. अदालत ने यह भी देखा कि मनी लॉन्ड्रिंग हुई थी. मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश आरएन रोकड़े की पीठ के समक्ष हुई. न्यायाधीश रोकडे ने कहा कि मामले को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त कारण थे. इस बात के सबूत सामने आए हैं कि नवाब मलिक जानबूझकर इस मामले में शामिल थे.

आरोप है कि बाद में नवाब मलिक ने सॉलिडस इनवेस्टमेंट्स के जरिए गोवावाला कंपाउंड को हड़प लिया. चार्जशीट में कहा गया है कि सरदार खान ने ईडी को बताया कि नवाब मलिक, असलम मलिक और हसीना पारकर के बीच कई दौर की मीटिंग हुईं और (सरदार खान) भी कुछ मीटिंग में मौजूद थे. आपको बता दें, सरदार शाहवाली खान 1993 के विस्फोटों के मामले में औरंगाबाद जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और जिन मीटिंग की वो बात कर रहा है उन मीटिंग के समय वो पैरोल पर जेल से बाहर था.

आरोप है कि इसके बाद नवाब मलिक ने अवैध रूप से संपत्ति में अपने द्वारा लाए गए किरायेदारों का सर्वेक्षण करने के लिए एक सर्वेयर नियुक्त किया. ED ने चार्जशीट में दावा किया है कि जांच के दौरान उन्हें सर्वेयर के पास से संपत्ति के सर्वे से जुड़ा मई 2005 का एक दस्तावेज मिला है. ED ने हसीना पारकर के बेटे अलीशान के बयान को चार्जशीट का हिस्सा बनाया है जिसमें उसने बताया कि उसकी मां 2014 तक दाऊद के साथ वित्तीय लेनदेन किया करती थी और सलीम पटेल उसके सहयोगियों में से एक था. अलीशान ने ईडी को बताया था कि उसकी मां ने पटेल के साथ मिलकर गोवावाला कंपाउंड का विवाद सुलझा लिया था और ऑफिस खोलकर उसका कुछ हिस्सा अपने कब्जे में ले लिया था. बाद में उसकी मां ने उसे मलिक को कथित तौर से बेच दिया.

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