Nawab Malik vs NCB: बोले नवाब मलिक- बैकडेट में पंच और पंचनामा बदलती है NCB, बीजेपी की है मिलीभगत

मलिक की यह टिप्पणी तब आई है जब एनसीबी ने ड्रग्स के एक मामले में उनके दामाद को दी गई जमानत को रद्द करने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था...

Update: 2022-01-02 11:00 GMT

(नवाब मलिक ने एनसीबी सहित भाजपा पर भी साधा निशाना)

Nawab Malik vs NCB: महाराष्ट्र के मंत्री व एनसीपी नेता नवाब मलिक ने रविवार 02 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पर एक नया और गंभीर आरोप लगाया है। मलिक ने कहा कि एनसीबी के अधिकारी बैकडेट में पंच और पंचनामा बदल देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा के कुछ नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र के भाजपा के कुछ बड़े नेता केंद्र में समीर वानखेड़े को एक्सटेंशन दिलाना चाहते हैं।

मलिक ने एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए आरोप लगाया कि एनसीबी का बाबू नाम का अधिकारी पंच से बात कर पंचनामा बदलने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि पंच को बैकडेट में पंचनामा बनाने के लिए बुलाया जा रहा है। मलिक की यह टिप्पणी तब आई है जब एनसीबी ने ड्रग्स के एक मामले में उनके दामाद को दी गई जमानत को रद्द करने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

मलिक ने जारी किए दो ऑडियो क्लिप

पत्रकारों को संबोधित करते हुए, मलिक ने दो ऑडियो क्लिप भी जारी किए - एक एनसीबी अधिकारी द्वारा कथित तौर पर एक मामले से संबंधित पुराने कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए एक पंच (गवाह) 'मैडी' को बुलाए जाने के बीच की बातचीत। वहीं एक अन्य ऑडियो कथित तौर पर पंच और एनसीबी के मुंबई जोनल निदेशक समीर वानखेड़े के बीच एक फोन कॉल का था, जिसका केंद्रीय ड्रग-विरोधी एजेंसी के साथ कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो गया था।

NCB का झूठ थमने का नाम नहीं ले रहा

मलिक ने कहा कि एनसीबी का झूठ थमने का नाम नहीं ले रहा है...जिस तरह से अधिकारियों ने कोरे कागजों पर गवाहों के दस्तखत करवाकर लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाकर फर्जी केस बना दिया है और अब, मामलों को ठीक करने के लिए, वे पंचों को पिछली तारीख के पंचनामा पत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए बुला रहे हैं। ये सब फर्जीवारा है।

महाराष्ट्र BJP के कुछ बड़े नेता NCB के साथ

नवाब मलिक ने दावा करते हुए कहा कि दिल्ली में लॉबिंग हो रही है। समीर वानखेड़े का एक्सटेंशन 31 दिसंबर को खत्म होने के बाद भी अभी तक छुट्टी क्यों नहीं मिली? महाराष्ट्र के बड़े नेता गृहमंत्रालय (MHA) में लॉबिंग कर रहे हैं और उन्हें एक्सटेंशन दिलाने की पूरी कोशिश हो रही है।

समीर खान के कागजात सार्वजनिक किये जाते

मलिक ने कहा कि एजेंसी को उच्च न्यायालय में अपील करने का अधिकार है यदि वे आदेश से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन (अभिनेता) रिया और शोइक चक्रवर्ती के मामले (अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़ा एक ड्रग केस) में अपील लंबित है। अदालत से समीर खान(मलिक के दामाद) के मामले से संबंधित कागजात सार्वजनिक करते तो बेहतर होता।

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