सावधान ! असली आंख निकालकर उसकी जगह खेलने वाले कंचे भी लगा सकता है कोई एनजीओ, झारखंड में सामने आ चुका है ऐसा अनोखा मामला

दिल, गुर्दे, किडनी, फेफड़े से लेकर आंखों तक के तमाम इलाज फोकट में करने का अगला इश्तहार जब भी दिखाई दे तो थोड़ा सतर्कता के साथ उसकी जानकारी मालूम करने में कोई कंजूसी न करें।

Update: 2022-10-12 17:14 GMT

नई दिल्ली। दिल, गुर्दे, किडनी, फेफड़े से लेकर आंखों तक के तमाम इलाज फोकट में करने का अगला इश्तहार जब भी दिखाई दे तो थोड़ा सतर्कता के साथ उसकी जानकारी मालूम करने में कोई कंजूसी न करें। ऐसा न हो कि आप ऐसे किसी इश्तहार के झांसे में आकर आंख का ऑपरेशन कराकर घर लौटे और पता चले कि अब आप अपनी प्राकृतिक आंखों के साथ नहीं बल्कि बच्चों द्वारा खेले जाने वाले कंचों को अपनी आंखे समझकर जिंदगी गुजार रहे हैं। खबर में यह अतिशयोक्तिपूर्ण दावा इसलिए किया जा रहा है कि ऐसा न केवल हो चुका है बल्कि कितने और लोगों के साथ यह किस्सा हुआ है, उसकी भी जांच शुरू हो चुकी है। झारखंड राज्य के जमशेदपुर में यह किस्सा हो चुका है जब एक व्यक्ति के बुढ़ापे में उसकी प्राकृतिक आंख निकालकर उसमें कांच की गोली लगा दी गई है।

किस्सा शुरू तब हुआ जब घाटशिला के किताडीह गांव में एक बुजुर्ग गंगाधर सिंह के आंखों से कांच की गोली निकली। परिवार से लेकर गांव वाले तक परेशान हो गए। सब के सब सोचने लगे की आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? घटना को लेकर कई लोगों ने आश्चर्य जताया तो किसी ने इसे धोखाधड़ी का किस्सा बताया।

इस अनहोनी घटना के विस्तार में जब जाया गया तो पता चला कि 18 सितंबर 2022 को गंगाधर सिंह को आई ऑपरेशन के नाम पर जमशेदपुर के साकची केसीसी अस्पताल में लाया गया था। गांव में एक महिला अपने आप को संस्था का सदस्य बताकर ऑपरेशन के नाम पर इन्हें लाई थी। दूसरे दिन ऑपरेशन के बाद इन्हें घर छोड़ दिया गया। इसके कुछ दिन बाद गंगाधर सिंह के आंख में खुजली और जलन होने लगी। फिर गंगाधर को जमशेदपुर, रांची और कोलकाता ले जाया गया। इसके बावजूद भी समस्या ठीक नहीं हुई। गुजरे शुक्रवार को गंगाधर की परेशानी काफी अधिक बढ़ गई। आंख में जलन और खुजली बढ़ने लगी तो गंगाधर ने अपने हाथ से आंख को मसलने लगे। इस दौरान उनके ऑपरेशन वाले आंख से सफेद कांच की गोली बाहर निकल आई, जिसे देखकर वो डर गए। इसके बाद आनन-फानन में परिजनों ने घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां पर चिकित्सक भी देखकर चौंक उठे। उन्होंने मरीज को एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया। तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ।

झारखंड में हुए इस अनोखे 'आंखकांड' के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है तो स्वास्थ्य विभाग खुद हैरत में है कि बुजुर्ग गंगाधर सिंह के ऑपरेशन के बाद उनके आंख में आंख की जगह कांच की गोली कहां से आ गई ? प्रशासन की तरफ से इस रहस्य पर से पर्दा उठाने के लिए जांच की जा रही है। खुद सिविल सर्जन ने घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचकर इस मामले की जानकारी हासिल की। इस मामले में पीड़ित गंगाधर सिंह के परिजन घाटशिला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुलदीप टोप्पो से भी मिले। जिसके बाद उनकी लिखित शिकायत पर पुलिस और प्रशासन दोनों मिलकर मामले की पड़ताल कर रहे हैं।

झारखंड में हुए इस 'आंखकांड' से एक महिला का खास कनेक्शन बताया जा रहा है। इस महिला ने ही खुद को संस्था का सदस्य बताकर गंगाधर का ऑपरेशन कराया था। इस महिला की पुलिस तलाश कर रही हैं। लेकिन पुलिस को इसका कोई पता-ठिकाना नहीं मिल रहा है। जबकि इस मामले में जिस सिविल सर्जन साहिल पाल ने घाटशिला पहुंचकर पीड़ित बुजुर्ग और इनके परिवार से मिलकर मामले की जानकारी ली है, का कहना है कि मामला काफी गंभीर है और जांच का विषय है। मरीज की एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर में जांच कराई जाएगी। जहां इनके लिए बेहतर विकल्प खोज कर इनके आंख की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। सिविल सर्जन ने दोषी अस्पताल पर कार्रवाई करने की भी बात कही है।

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