Shivaji statue in Nizamabad: निजामाबाद इलाके में शिवाजी की प्रतिमा लगाने पर मचा बवाल, धारा 144 लागू
Shivaji statue in Nizamabad : तेलंगाना के निजामाबाद जिले के बोधन में पिछले कुछ दिनों से तनाव फैला हुआ है। दरअसल, यहां शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लगाने को लेकर दो राजनीतिक गुटों में झड़प हुई
Shivaji statue in Nizamabad : तेलंगाना के निजामाबाद जिले के बोधन में पिछले कुछ दिनों से तनाव फैला हुआ है। दरअसल, यहां शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लगाने को लेकर दो राजनीतिक गुटों में झड़प हुई, जिसके बाद से यहां धारा 144 लगा दी गई है। आपको बता दें कि तनाव की यह स्थिति बीजेपी, AIMIM और टीआरएस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद हुई है।
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय बीजेपी सांसद अरविंद धर्मपुरी ने बताया है कि बोधन शहर के अंबेडकर चौराहे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगाने की उनकी योजना थी, लेकिन AIMIM और टीआरएस ने इसका कड़ा विरोध किया। बता दें कि इस शहर की सीमा महाराष्ट्र से लगती है। अरविंद धर्मपुरी का आरोप है कि AIMIM और टीआरएस के कार्यकर्ताओं ने शिवाजी महाराज की मूर्ति की स्थापना का विरोध किया और इस पर आपत्ति जताई। इतना ही नहीं मामले को हिंसक बनाया।
आपको बता दें कि बोधना में एक तरफ बीजेपी और शिवसेना के कार्यकर्ता अंबेडकर चौराहे पर शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ एएमआईएम और टीआरएस के कार्यकर्ता इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी और शिवसेना के खिलाफ तो मोर्चा खोल दिया है।
बीजेपी और शिवसेना चाहती है मूर्ति स्थापित करना
आपको बता दें कि बोधना में एक तरफ बीजेपी और शिवसेना के कार्यकर्ता अंबेडकर चौराहे पर शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ एएमआईएम और टीआरएस के कार्यकर्ता इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी और शिवसेना के खिलाफ तो मोर्चा खोल दिया है।
अरविंद धर्मपुरी ने इस पूरे मामले पर ट्विटर के जरिए एक वीडियो संदेश अपने कार्यकर्ताओं के लिए जार किया है। उन्होंने वीडियो में कहा है कि AIMIM और TRS के गुंडे शिवाजी महाराज की मूर्ति के अनावरण को विफल करने की कोशिश में लगे हुए हैं, इनकी कुटिल मानसिकता ऐसी ही है कि 'हमारा तोड़ो और अपना पूरा करो'। उन्होंने आगे कहा कि यह गुंडे ही तनाव को बढ़ा रहे हैं ताकि इलाके में सख्ती हो सके। वहीं पुलिस इस मामले में दोनों गुटों से बातचीत के जरिए समाधान निकालने की अपील कर रही है।