छत्तीसगढ़ के मंत्री के बर्थडे में जुटे सैकड़ों समर्थक, सोशल डिस्टेंसिंग का बना गजब मजाक

बर्थडे पार्टी में मंत्री जी ने मास्क भी नहीं पहना हैं...मोबाइल पर जो रातों दिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का प्रचार होता है क्या वह इनके लिए नहीं,.क्या वह अलग से कोई विटामिन लेते हैं जो कोरोना उनको नहीं धरेगा...

Update: 2020-06-23 15:47 GMT

जनज्वार ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के सरगुज़ा जिले में प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के जन्मदिन के जश्न में सारे नियम कानूनों की खूब धज्जियां उड़ाई गईं। यह बड़ी लापरवाही तब हुई जब छत्तीसगढ़ में 800 के करीब कोरोना के एक्टिव केस मौजूद हैं।

भाजपा-कांग्रेस के अलावा तमाम छुटभैये नेता जश्न में मौजूद

क्या कांग्रेस क्या भाजपा तमाम पार्टी के कार्यकर्ता जो वर्तमान में मंत्री के क़रीब जाने की होड़ में शामिल हैं उन्होंने समर्थकों की भीड़ इकट्ठी की और जमकर आतिशबाजी के साथ मिठाइयां बांटी। शिक्षक संघ, पत्रकारों के अलावा कई निजी संस्था के साथ- साथ जिले के शासकीय चिकित्सक भी मौजूद रहे।

हज़ारों की भीड़ और सरगुजा प्रशासन का सहयोग

अजीब और बड़ी बात है कि प्रशासन के सहयोग से इस बड़े जनसमूह को नियंत्रित किया गया। स्थानीय घड़ी चौक से लेकर सर्किट हाऊस तक हाजरों कि भीड़ ये बताती है क़ानून रसूखदारों,नेताओं और मंत्रियों के लिए नहीं है , रेंज के आईजी तक इस कार्यक्रम में मंत्री के स्वागत के लिए मुस्तैद दिखे । खाद्य मंत्री अमरजीत भगत सरगुजा जिले में ख़ुद के विधानसभा सीतापुर में घूम घूम कर सोशल डिस्टेनसिंग की धज्जियाँ उड़ाते रहे।

इसके बाद सीतापुर के कुडुख समाज के लोगों नें सैकड़ों की संख्या में इकट्टा हो कर उनका स्वागत किया । सीतापुर के विश्राम गृह में इनसे मिलने समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। इतना हीं नही मंत्री जी का बतौली में तीन स्थानों पर स्वागत हुआ इस दौरान भी सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

मंत्री ने कई बार सोशल डिस्टेंसिंग का मज़ाक बनाया

मंत्री अमरजीत भगत ने जिस तरह सोशल डिस्टेंसिंग को मज़ाक बनाया यह कोई पहली घटना नहीं लिए श्री भगत पहले भी सोशल डिस्टेनसिंग जैसे नियमों को ठेंगा दिखाते रहे है।

शादी, अंत्येष्टि जैसे कार्यक्रमों के लिए लेनी पड़ती है अनुमति

ऐसे में बड़ा सवाल है कि कोरोना काल के दौर में आम जनता को शादी-विवाह में 50 लोगों को बुलाने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होती है , जिलों में रथ यात्रा के लिए बमुश्किल अनुमति मिली, मंदिरों के कपाट नही खोले जा रहे ,अंत्येष्टि जैसे कार्यक्रम के आयोजन के लिए भी लोगों को प्रशासन से अनुमति लेनी होती है तब ऐसे में मंत्री जी को हज़ारों की संख्या में भीड़ इकठ्ठा करने की छूट क्यों और कैसे मिली? ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या महामारी सम्बन्धित नियम-कानून सिर्फ आम लोगों के लिए हैं, मंत्री और रसूखदारों के लिए नहीं?

अनुराग सिंह देव ने कहा दर्ज हो 188 का मामला

प्रदेश भाजपा मंत्री अनुराग सिंह देव ने कहा कि कैबिनेट मंत्री का इस तरह से जन्मदिन मनाना अपने आप में प्रशासन को ठेंगा दिखाना है, इनके खिलाफ 188 का अपराध दर्ज होना चाहिए इससे पहले कई बार मंत्री अमरजीत भगत कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए देखे गए हैं। मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, 'जब मंदिर बंद है, रथयात्रा के लिए बहुत मुश्किल से अनुमति मिल पा रहा है, शादी और किसी की मृत्यु हो जाने पर कार्यक्रम करने, संख्या बता कर प्रशासन से परमिशन लेना पड़ रहा हो उस वक्त इस तरह से हजारों की भीड़ कर अपना जन्मदिन मनाना, सोशल डिस्टेंसिंग को मजाक बनाना बहुत बड़ी बात है। हम मंत्री और आयोजकों के खिलाफ 188 के तहत मामला दर्ज करने की मांग करते हैं।'

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