North East News : 'मदरसों से निकलते हैं आतंकी' बोले भाजपा विधायक तो त्रिपुरा के पूर्व सीएम माणिक सरकार ने ऐसे किया पलटवार
North East News : मानिक सरकार ने कहा है कि इस तरह एक विधायक का इस तरह का भड़काफ भाषण देना और उस पर इस सरकार का रवैया यह जाहिर करता है कि इस राज्य में अब अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं, हम इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अप्राकृतिक बदलाव मानते हैं......
North East News : त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री (Ex Chief Minister) और वर्तमान में विधानसभा में विपक्ष के नेता मानिक सरकार (Manik Sarkar) ने कहा है कि भाजपा (BJP) के राज में त्रिपुरा में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है। उनके लिए भाजपा के शासन से पहले प्रदेश में इससे ज्यादा अप्राकृतिक स्थिति कभी नहीं थी। इंडियन एक्सप्रेस (Indian Express) के अनुसार वरीष्ठ कम्युनिष्ट नेता सरकार का यह बयान भाजपा विधायक के उस बयान के दो दिन बाद आया है जब भाजपा विधायक शंभुलाल चकमा (Shambhu Lal Chakma) ने सदन के दौरान कहा था कि सरकार की ओर चलाए जा रहे मदसरों को राज्य में बंद कर दिया जाए। उन्होने कहा था कि ऐसे धामिक शिक्षक संस्थानों से आतंकी बाहर निकलते हैं डॉक्टर और इंजीनियर नहीं।
मानिक सरकार ने अपने बयान में कहा है कि विधानसभा का एक सदस्य सदन में मुख्यमंत्री के सामने खड़ा होकर कहता है कि मदरसों को बंद किया जाना चाहिए क्योंकि वहां से आतंकी निकलते हैं। इसका क्या मतलब है? जब हमने इसके खिलाफ आवाज उठायी और इसपर सरकार का पक्ष जानना चाहा तो उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। सदन के डिप्टी स्पीकर ने भी इस बात की अनदेखी की और दूसरे मुद्दों की ओर बढ़ गए।
मानिक सरकार ने कहा है कि इस तरह एक विधायक का इस तरह का भड़काउ भाषण देना और उस पर इस सरकार का रवैया यह जाहिर करता है कि इस राज्य में अब अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। हम इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अप्राकृतिक बदलाव मानते हैं।
उधर विधायक शंभूलाल चमका ने भी मामले पर अपना पक्ष रखते हुए इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा है कि उनके बयान का गलत मतलब लगाया जा रहा है। उन्होंने केवल इतना कहा था कि सिर्फ ऐसे मदरसों को बंद किया जाए जिससे धार्मिक शिक्षण संस्थानों के लिए जो मदद मुहैया करायी जाती है उसमें समानता आ सके। उन्होंने कभी सभी मदरसों को बंद करने बात ही नहीं कही। उन्होंने सफाई देने हुए कहा कि मैं और मेरी पार्टी अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है। तीन तलाक को खत्म करके और जम्मू कश्मीर में धारा 370 को खत्म करके हमारी केन्द्र सरकार ने अल्पसंख्यकों के हित में ही काम किया है।
उन्होंने कहा कि हम सभी मदरसों को बंद करने के पक्ष में नहीं है। मैंने केवल इतना कहा है कि सरकार सिर्फ सरकार से वित्त पोषित मदरसों को बंद किया जाए। अगर वे पब्ल्कि का पैसा लेते हैं तो फिर सिर्फ एक खास धर्म को उससे फायदा क्यों मिलनी चाहिए। दूसरों ने क्या अपराध किया है कि उन्हें मदद नहीं मिले।