Omicron : अब सब मारे जाएंगे...मुझे लाशें नहीं गिननी, कोविड के नए वैरिएंट से डरा डॉक्टर, पत्नी व बच्चों को मौत की नींद सुलाकर फरार
प्रोफेसर ने अपनी पत्नी व दो बच्चों को कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के डर से मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस को डॉक्टर के कमरे से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है...
Omicron In Kanpur : उत्तर प्रदेश के कानपुर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक कॉलेज प्रोफेसर ने अपनी पत्नी व दो बच्चों को कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के डर से मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस को डॉक्टर के कमरे से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है उसमें बेहद चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं।
जानकारी के मुताबिक, कानपुर के कल्याणपुर स्थित डिविनिटी अपार्टमेंट में रहने वाले डॉक्टर सुशील कुमार ने शुक्रवार 03 दिसंबर को अपनी पत्नी 48 वर्षीय चंद्रप्रभा 18 साल का पुत्र शिखर व 16 वर्षीय बेटी खुशी को निर्मम तरीके से मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद डॉक्टर ने अपने भाई को एक व्हाट्सएप्प मैसेज कर इस बात की जानकारी भी दी।
50 वर्षीय डॉक्टर सुशील मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में फारेंसिक विभाग के एचओडी हैं। पत्नी व बच्चों की हत्या करने के बाद फरार प्रोफेसर के कमरे से जो सुसाइड नोट मिला है उसमें लिखा है कि, ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा...अब और लाशें नहीं गिननी। पुलिस ने घर से पत्नी और दोनों बच्चों की लाशें बरामद की हैं। प्रोफेसर का कुछ पता नहीं चल सका है।
डॉक्टर की डायरी
डॉक्टर सुशील कुमार के घर से बरामद डायरी में उन्होंने बेतरतीब ढंग से बहुत कुछ लिख रखा है। इसमें लिखा है कि ओमिक्रॉन…कोविड अब सबको मार डालेगा। अब लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाहियों के चलते कॅरिअर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव है। मेरा कोई भविष्य नहीं रहा। अत: मैं होशो हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को भी खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं है।
परिवार को खत्म कर खुद भी खत्म हो रहा हूँ
सुशील ने आगे लिखा है कि मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ नजर नहीं आता है। अत: इसके अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं है। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। इसलिए सभी को मुक्ति के मार्ग में छोड़कर जा रहा हूं। सारे कष्ट एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट में नहीं देख सकता। मेरी आत्मा मुझे माफ नहीं करती। अलविदा… आंखों की लाइलाज बीमारी की वजह से यह कदम उठाना पड़ रहा है। पढ़ना मेरा पेशा है। अब जब आंखें ही नहीं रहेंगी तो फिर मैं क्या करूंगा…
एक साल से डिप्रेशन में था डॉक्टर
सुशील और सुनील दोनो जुड़वा भाई हैं। सुनील ने बताया कि, एक साल पहले सुशील ने बताया था कि वह डिप्रेशन में चल रहे हैं। जिसका वह इलाज करवा रहे थे। हालांकि इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि उनका इलाज कहां चल रहा था। वहीं डिप्रेशन के चलते इससे पहले भी उनने कोई हरकत की हो इसकी जानकारी भी नहीं मिली है।
तलाश में जुटी पुलिस
डॉक्टर की बरामद डायरी के बाद पुलिस इस बात की भी आशंका जता रही की कहीं डॉक्टर खुद को भी कोई नुकसान न पहुँचा ले। क्राइम ब्रांच सहित कई अलग-अलग टीमें डॉक्टर की तलाश में लगी हुई हैं। उसकी दोनो कारें अपार्टमेंट में ही बरामद की गई हैं। उसका मोबाईल भी बंद है। आशंका है की वह पैदल ही कहीं चला गया। जिसके चलते पुलिस उसे ट्रेस नहीं कर पा रही।
कमिश्नर ने क्या कहा?
कानपुर कमिश्नर असीम अरूण ने इस गंभीर मसले पर जनज्वार को बताया कि, आरोपी डॉक्टर का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसका लंबे समय से इलाज भी चलने की बात सामने आई है। पुलिस को मौके से एक डायरी बरामद हुई है। जिसमें आरोपी ने परिवार को खत्म करने की बात लिखी है। इसके अलावा पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी पड़ताल कर रही। डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगाई गईं हैं। जिसमें टीम सर्विलांस भी शामिल है। आरोपी जल्द ही हिरासत में होगा।