Oxfam Report: दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति महामारी में हुई दोगुनी, ऑक्सफैम ने बताया-भारत में भी अरबपतियों की संख्या बढ़ी

Oxfam Report: पिछले साल जब भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा था, गरीब स्वास्थ्य सुविधाएं वक्त से न मिल पाने के कारण मर रहे थे और श्मशानों में लाशें पटी हुई थीं, तब देश में 40 नए लोग अरबपति बन गए...

Update: 2022-01-18 15:28 GMT

जी20 के देश गरीब देशों को लूटकर पहले से अधिक समृद्ध हो चुके होते हैं और गरीब देश पहले से अधिक बदहाल हो जाते हैं

Oxfam Report: कोरोना काल के दौरान जब पूरा विश्व आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहा था, तब इसी महामारी ने दुनिया के 10 सबसे धनी लोगों को और अधिक अमीर बना दिया। वहीं, दुनिया भर में गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या और बढ़ गई है। यह दावा ओक्सफैम की रिपोर्ट (Oxfam Report) में किया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति 700 बिलियन डॉलर से बढ़कर 1.5 ट्रिलियन डॉलर हो गई। यानि कि इनकी संपत्ति हर दिन औसतन 1.3 बिलियन डॉलर की रफ्तार से बढ़ी। इसके उलट, कम आय और मूलभूत सुविधा के कारण दुनियाभर में हर दिन 21,000 गरीबों की मौत हो गई। वहीं, भारत में पिछले साल अरबपतियों की संख्या 39 प्रतिशत बढ़कर 142 हो गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि अकेले भारत की बात करें तो देश में अरबपतियों की संख्या इतनी हो चुकी है कि अगर फ्रांस, स्वीडन और स्विट्ज़रलैंड के अरबपतियों को भी जोड़ लें तो भी उनकी संख्या भारत के अमीरों से कम होगी।

बता दें कि ऑक्सफैम दावोस (Davos) में विश्व आर्थिक मंच की बैठक की शुरुआत में वैश्विक असमानता पर एक रिपोर्ट (World Inequality Report) जारी करता है। दावोस में हो रहे वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम (World Economic Forum) में हजारों कॉर्पोरेट और राजनीतिक नेता, मशहूर हस्तियां, प्रचारक, अर्थशास्त्री और पत्रकार शामिल होते हैं और स्विस स्की रिसॉर्ट में पैनल चर्चा (Panel Discussion) होती हैं। दावोस में हो रहे वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में ग्लोबल Oxfam Davos Report of 2022 में ये सारे अध्ययन सामने आए हैं। ऑक्सफैम इंडिया की रिपोर्ट में भारत को लेकर बताया गया कि यहां भी कोविड-19 महामारी के दौरान अमीरों की संपत्ति दोगुनी से ज्यादा हो गई। वहीं, दूसरी ओर एक बड़ी आबादी महामारी और गरीबी से जूझते रहे।

वहीं, ऑक्सफैम की रिपोर्ट (Oxfam Wealth Report) में यह भी खुलासा हुआ कि पिछले साल कोरोना काल के दौरान भारत में अरबपतियों की लिस्ट में 40 नए नाम शुमार हो गए। पिछले साल जब देश कोरोना की भयंकर दूसरी लहर से जूझ रहा था, गरीब स्वास्थ्य सुविधाएं वक्त से न मिल पाने के कारण मर रहे थे और श्मशानों में लाशें पटी हुई थीं, तब देश में 40 नए लोग अरबपति बन गए। इन लोगों के पास कुल मिलाकर 720 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। अगर भारत की 40 फीसदी जनसंख्या की कुल संपत्ति मिला दें तो भी ये उससे ज्यादा ही होगा। भारत के कुल 142 भारतीय अरबपतियों के पास 719 अरब अमेरिकी डॉलर (53 लाख करोड़ रुपये से अधिक) की संपत्ति है। देश के सबसे अमीर 98 लोगों की कुल संपत्ति, सबसे गरीब 55.5 करोड़ लोगों की कुल संपत्ति के बराबर है।

एनडीटीवी ने ऑक्सफैम की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि अगर 10 सबसे अमीर भारतीय अरबपतियों को प्रतिदिन 10 लाख अमेरिकी डॉलर खर्च करने हों तो उनकी वर्तमान संपत्ति 84 साल में खत्म होगी। इन अरबपतियों पर वार्षिक संपत्ति कर लगाने से हर साल 78.3 अरब अमेरिकी डॉलर मिलेंगे, जिससे सरकारी स्वास्थ्य बजट में 271 प्रतिशत बढ़ोतरी हो सकता है। रिपोर्ट की मानें तो 10 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति 25 साल तक देश के हर बच्चे को स्कूली शिक्षा एवं उच्च शिक्षा देने के लिए पर्याप्त है। वहीं, देश के सबसे अमीर 10 प्रतिशत लोगों पर एक प्रतिशत अतिरिक्त कर लगा दिया जाए, तो लगभग 17.7 लाख अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) मिल सकते हैं।

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