Aishwarya Rai Summoned: ऐश्वर्या राय ED के दफ्तर पहुंची, पूछताछ जारी
Aishwarya Rai Summoned: पनामा पेपर्स मामले से जुड़ी जांच को लेकर बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में पहुंची. ईडी ने मामले में चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए उन्हें समन भेजा था.
Aishwarya Rai Summoned: पनामा पेपर्स मामले से जुड़ी जांच को लेकर बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में पहुंची. ईडी ने मामले में चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए उन्हें समन भेजा था. ऐश्वर्या राय की पेशी दिल्ली स्थित लोकनायक भवन में हुई है. इससे पहले खबर आई थी कि उन्होंने आज ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था. हालांकि, बाद में वह पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंच गईं. करीब साढ़े तीन घंटे से ऐश्वर्या राय ED दफ्तर के पनामा लीक केस में जुड़े सवालों के जवाब दे रही हैं.
बता दें कि इससे पहले दो बार ऐश पूछताछ को स्थगित करने की गुज़ारिश कर चुकी हैं. यह गुज़ारिश पनामा पेपर्स लीक की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के सामने की गई थी. पनामा पेपर्स मामले में ED पहले भी कई बड़ी हस्तियों से पूछताछ कर चुकी है, इस कड़ी में ED ने क्रिकेटर्स, नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, बिजनेसमैन सभी से पूछताछ कर चुकी है. इस मामले में ED अभिषेक बच्चन से पहले ही पूछताछ कर चुकी है. इस दौरान अभिषेक ने ED के सामने कुछ दस्तावेज़ भी पेश किए थे. ED इस मामले की जांच काफी लंबे समय से कर रही है.
क्या था मामला
टैक्स हेवेन कहे जाने वाले देश पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका का 40 साल का डेटा 3 अप्रैल, 2016 को लीक हो गया था। डेटा में इस बात का खुलासा हुआ कि दुनियाभर के अमीर और प्रभावशाली लोग टैक्स बचाने के लिए पैसा ऑफ-शोर कंपनियों में लगा रहे हैं. इन दस्तावेजों में फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों सहित 500 भारतीयों के नाम शामिल हैं। इस तरह से बड़े तौर पर टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग तक हो रही थी.
कंपनी की डायरेक्टर थीं ऐश्वर्या?
दावा किया गया कि ऐश्वर्या राय देश से बाहर एक कंपनी की डायरेक्टर और शेयरहोल्डर थीं. कंपनी का नाम अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था. इसका हेडक्वार्टर वर्जिन आइलैंड्स में था. यह कंपनी 2005 में बनाई गई। तीन साल बाद, यानी 2008, में कंपनी बंद हो गई थी. ऐश्वर्या के अलावा पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे. वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था. इनमें से तीन बहामास में थीं, जबकि एक वर्जिन आइलैंड्स में थी। इन्हें 1993 में बनाया गया.
मल्टी एजेंसी ग्रुप का गठन
मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था. फिर केंद्र सरकार ने इस मामले में मल्टी एजेंसी ग्रुप (MAG) का गठन किया था. इनमें CBDT, RBI, ED और FIU को शामिल किया गया था. MAG सभी नामों की जांच करके रिपोर्ट काले धन के जांच के लिए बनी SIT और केंद्र सरकार को दे रही थी.
क्या है पनामा पेपर लीक मामला?
साल 2016 में ब्रिटेन में पनामा की लॉ फर्म के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट लीक हुए थे. इसमें दुनियाभर के बड़े नेताओं, कारोबारियों और बड़ी हस्तियों के नाम सामने आए थे. इस केस में भारत की बात करें तो देश के करीब 500 लोगों के नाम इस लिस्ट में होने का खुलासा हुआ था. इसमें बच्चन परिवार का नाम भी शामिल था.