Pandit Bhajan Sopori Died : संतूर वादक पंडित भजन सोपोरी का 74 साल की उम्र में गुड़गांव के अस्पताल में निधन
Pandit Bhajan Sopori Died : भारतीय संगीत और संस्कृति के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान के लिए पंडित भजन सोपोरी को पद्मश्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राष्ट्रीय कालिदास सम्मान, जम्मू-कश्मीर सरकार लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, जम्मू-कश्मीर सरकार नागरिक पुरस्कार, मिस्र के अरब गणराज्य की ओर से राष्ट्रीय ध्वज सम्मान जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है...
Pandit Bhajan Sopori Died : महान संतूर वादक और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंडित भजन सोपोरी का निधन (Pandit Bhajan Sopori Died) हो गया है। वे 74 साल के थे। गुरुवार 2 जून को गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांसें (Pandit Bhajan Sopori Died) ली। उनका इलाज गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा था। साल 1948 में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पंडित भजन लाल के रूप में पैदा हुए पंडित भजन सोपोरी ने संतूर-एक शास्त्रीय भारतीय संगीत वाद्ययंत्र को बजाने में महारत हासिल की थी। पंडित भजन सोपोरी जी भारतीय शास्त्रीय संगीत के सूफियाना घराने से ताल्लुक रखते थे।
भारतीय संगीत और संस्कृति के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान के लिए पंडित भजन सोपोरी को पद्मश्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राष्ट्रीय कालिदास सम्मान, जम्मू-कश्मीर सरकार लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, जम्मू-कश्मीर सरकार नागरिक पुरस्कार, मिस्र के अरब गणराज्य की ओर से राष्ट्रीय ध्वज सम्मान जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
पहली बार 5 साल की उम्र में ही स्टेज पर दी थी प्रस्तुति
पंडित भजन सोपोरी (Pandit Bhajan Sopori Died) ने साल 1953 में महज पांच साल की उम्र में स्टेज पर अपनी पहली प्रस्तुति दी थी। उन्होंने अपने कई दशकों के करियर में मिस्र, इंग्लैंड, जर्मनी और साथ ही अमेरिका में परफॉर्म किया। उन्होंने पश्चिमी शास्त्रीय संगीत वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से और हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत अपने दादा एससी सोपोरी और पिता शंभू नाथ से सीखा। पंडित भजन सोपोरी ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में संगीत भी पढ़ाया। सोपोरी को भारतीय शास्त्रीय संगीत में उनके योगदान के लिए 1992 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और 2004 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। पिछले महीने ही महान संगीतकार और संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। वह पिछले छह महीने से किडनी संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे और उनका डायलिसिस भी चल रहा था।
भारतीय कला जगत अभी सिद्धू मूसेवाला की हत्या से दुःख से उबर पाता उससे पहले ही सिंगर केके को भी उसने खो दिया था। आवाज के जादूगर केके का निधन भी कार्डियक अरेस्ट के कारण ही कोलकाता में महज 53 साल की उम्र में हो गया था। अब पंडित भजन सोपोरी के निधन (Pandit Bhajan Sopori Died) से एक बार फिर भारतीय कला जगत में शोक का माहौल कायम हो गया है।