Patiala Violence: पटियाला हिंसा मामले में गिरी गाज, हटाए गए पटियाला के IG, डिप्टी SP-SHO किए गए शिफ्ट, DGP
Patiala Violence: पंजाब के पटियाला में हिंसा के बाद पंजाब सरकार एक्शन में आ गई है। मामले को संज्ञान में लेते हुए पंजाब सरकार ने पटियाला के IG, SSP और SP को हटा दिया गया है।
Patiala Violence: पंजाब के पटियाला में हिंसा के बाद पंजाब सरकार एक्शन में आ गई है। मामले को संज्ञान में लेते हुए पंजाब सरकार ने पटियाला के IG, SSP और SP को हटा दिया गया है। अब सुखविंदर छीना को आईजी, दीपक पारीक को एसएसपी और वजीर सिंह पटियाला के नए एसपी के तौर पर नियुक्त किया गया है।
वहीं हिंदू संगठनों ने कार्रवाई की मांग करते हुए आज बंद का आह्वान किया है। पटियाला में हालात पर काबू रखने के लिए भारी सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। राज्य सरकार ने सुबह साढ़े 9 से शाम 6 बजे तक पूरे पटियाला में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। जिले में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं भी सुबह साढ़े नौ बजे से बंद हैं और आज शाम छह बजे तक बंद रहेंगी।
राज्य रकार की विज्ञप्ति में कहा, "मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए), सभी एसएमएस सेवाएं और (iii) सभी डोंगल सेवाएं आदि मोबाइल नेटवर्क जो प्रदान की जाती हैं, पटियाला जिले के क्षेत्रीय क्षेत्राधिकार में वॉयस कॉल को छोड़कर सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक 30 अप्रैल 2022 बंद रहेंगी। पंजाब राज्य में सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और बीएसएनएल (पंजाब क्षेत्राधिकार) के प्रमुख को इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है। पंजाब में सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और बीएसएनएल (पंजाब क्षेत्राधिकार) के प्रमुख को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है।''
काली मंदिर के बाहर उस समय झड़पें हुईं जब खुद को शिवसेना कहने वाले संगठन के सदस्यों ने 'खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च' शुरू किया। दोनों गुटों के सदस्यों ने भी तलवार लहराई और एक दूसरे पर पथराव किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद शिवसेना नेता हरीश सिंगला को गिरफ्तार कर लिया गया। मान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कसम खाई कि उनकी सरकार किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देगी। इससे पहले पटियाला हिंसा मामले में पुलिस ने शिवसेना नेता हरीश सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही खालिस्तान विरोधी मार्च निकालने पर पार्टी से उन्हें निकाल दिया गया है।