Presidential Election 2022: बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को बनाया राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, जानिए कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?
Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के लिए एनडीए (NDA) के उम्मीवार को लेकर दिल्ली में बीजेपी (BJP) मुख्यालय में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो चुकी है।
Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के लिए एनडीए (NDA) के उम्मीवार को लेकर दिल्ली में बीजेपी (BJP) मुख्यालय में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो चुकी है। बैठक में बीजेपी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार के नाम पर एनडीए ने मुहर लगा दी है। पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को अपना उम्मीदवार बनाया है।
BJP-led NDA announces Draupadi Murmu name as Presidential candidate for the upcoming elections pic.twitter.com/4p1IOizaQ0
— ANI (@ANI) June 21, 2022
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि इस बार एक महिला राष्ट्रपति को मौका मिलना चाहिए। पीसी के दौरान नड्डा ने कहा कि देश पहली बार आदिवासी समुदाय से राष्ट्रपति देने की तैयारी की है। इस समय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य मौजूद हैं।
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौंवी राज्यपाल और ओडिशा के रायरंगपुर से विधायक रह चुकी हैं। वह ओडिशा की पहली ऐसी महिला नेत्री हैं जिन्हें राज्यपाल बनाया गया था। 20 जून, 1958 को ओडिशा में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार में 2000-2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से मई तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं।
विपक्ष के संयुक्त उम्मीवार हैं यशवंत सिन्हा
तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के कुछ घंटों बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने राष्ट्रपति पद का संयुक्त उम्मीदवार बनाया है। औपचारिक घोषणा कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने की। कांग्रेस नेता ने कहा कि यशवंत सिन्हा भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं। यह फैसला विपक्षी नेताओं ने पार्लियामेंट एनेक्सी में हुई बैठक के बाद लिया। इस संयुक्त बयान में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने कहा कि मोदी सरकार ने आम सहमति बनाने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। साथ ही अन्य विपक्षी दलों से यशवंत सिन्हा को वोट देने की भी अपील की गई है। जानकारी के लिए बता दें किराष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होगा और रिजल्ट 21 जुलाई को घोषित किया जाएगा।
25 जुलाई को शपथ ग्रहण
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को परिणाम घोषित किए जाएंगे। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा। चुनाव में कोई भी राजनीतिक दल अपने सदस्यों के लिए विप नहीं जारी कर सकता है। राष्ट्रपति चुनाव में नामित सदस्य हिस्सा नहीं लेते हैं।