Prophet Mohammed Row : जुमे पर भड़के नमाजी, दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद और प्रयागराज में घमासान, क्या पीएम मोदी के पास है इसका समाधान?
Prophet Mohammed Row : भाजपा नेतृत्व को अनुमान था कि नवीन जिंदग और नुपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई के बाद मामला थम जाएगा लेकिन उनका कयास गलत साबित हुआ। पैंगबर के अपमान को लेकर शुरू हुआ विवाद अब और गहराता जा रहा है।
Prophet Mohammed Row : भारतीय जनता पार्टी की नेता नुपुर शर्मा ( Nupur Sharma ) ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मुहम्मद ( Prophet Muhammad ) के खिलाफ बयान दिया था। उसके बाद से दुनियाभर में इसको लेकर बवाल मचा है। कानपुर में हिंसक ( Kanpur Violence ) घटना के बाद जब मोदी सरकार ( Modi Government ) पर दबाव बढ़ा तो भाजपा ने विरोधियों के सामने आत्मसमर्पण करते हुए पार्टी के नेता नवीन जिंदल ( Naveen Jindal ) को बर्खास्त कर दिया। दूसरी तरफ नुपुर शर्मा को प्रवक्ता पद से सस्पेंड कर दिया गया। शायद भाजपा नेतृत्व ( BJP Leadership ) को अनुमान था कि इसके बाद यह मामला समाप्त हो जाएगा, लेकिन उनका कयास गलत साबित हुआ। पैंगबर के अपमान को लेकर शुरू हुआ विवाद अब और गहराता जा रहा है।
कई राज्यों में जुमे के बाद बरपा हंगामा
आज यानि जुमे की नमाज ( Jume ki Namaz ) के बाद एक बार फिर देशव्यापी स्तर पर विरोध प्रद्रर्शन की घटनाएं सामने आई हैं। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, बिहार, झाारखंड और देश की राजधानी दिल्ली में जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की घटनाएं सामने आई हैं। प्रयागराज में तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प की भी सूचना है। गुरुवार को एआईएमआईएम के समर्थकों ने संसद भवन थाना पर प्रदर्शन किया था। 30 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों गिफ्तार हुए। इस सब घटनाओं से साफ है कि पैगंबर मुहम्मद ( Prophet Muhammad ) के अपमान के मुद्दे पर देश के मुसलमान नुपुर शर्मा ( Nupur sharma ) की गिरफ्तारी से कम पर विरोध प्रदर्शन को रोकने के मूड में नहीं हैं। वैसे भी प्रदर्शनकारियों को कई सियासी दलों का समर्थन हासिल है।
अब चुप्पी से नहीं चलेगा काम
ऐसे में अहम सवाल यह है कि मोदी सरकार ( PM Modi ) के पास इसका क्या समाधान है। अभी तक इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Amit shah ) चुप्पी साधे हुए हैं लेकिन इससे काम चलने वाला नहीं है। यह मुद्दा तूल पकड़ रहा है और लंबा खिच सकता है। तो क्या जिस प्रकाश मोदी सरकार ने इस्लामिक देशों के सामने झुककर इस मामले को थामने की कोशिश की, उसी तरह आंतरिक मोर्चे पर मुस्लिम समुदायों की मांगों के समक्ष घुटने टेकते हुए नुपुर शर्मा को गिरफ्तार करवाएंगे। अगर नहीं, तो फिर उनके पास विकल्प क्या है?
कहां-कहां हुए प्रदर्शन
देश की राजधानी दिल्ली के जामा मस्जिद, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के दुवबंद, मुरादाबाद और प्रयागराज में, पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा, महाराष्ट्र में नवी मुंबई, तेलंगाना के हैदराबाद, झारखंड की राजधानी रांची और बिहार के भोजपुर में लोगों ने जुमे की नमाज के बाद जमकर प्रदर्शन किया। प्रयागराज में तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी सूचना है। इस दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी की। साथ ही ये भी कहा कि पैगंबर का अपमान करने वालों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
क्या चाहते हैं प्रदर्शनकारी
पैगंबर के अपमान को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन, नारेबाजी और झड़प में शामिल लोग चाहते हैं कि भाजपा अपने नेता व विवादित बयान देने के आरोपी नुपुर शर्मा को गिरफ्तार कराये। प्रदर्शनकारी इससे कम पर विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए तैयार नहीं हैं। पैगंबर के खिलााफ विवादित बयान को लेकर सरकार कानून बनाये और उकसावे वाले बयान पर रोक लगाए।
हम नहीं जानते प्रदर्शन करने वाले कौन हैं : शाही इमाम
दिल्ली जामा मस्जिद ( Delhi jama masjid ) के शाही इमाम ने साफ शब्दों में कहा है कि जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन का मस्जिद कमेटी की ओर से किसी भी स्तर पर आह्वान नहीं किया गया था। गुरुवार को जब लोग विरोध करने की योजना बना रहे थे तो हमने उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि जामा मस्जिद समिति ने जुमे के बाद विरोध प्रदर्शन का कोई आह्वान नहीं है। शाही इमाम का कहना है कि हम नहीं जानते कि विरोध करने वाले कौन हैं, मुझे लगता है कि वे एआईएमआईएम चीफ असदुदृदीन ओवैसी के लोग हैं। हमने स्पष्ट कर दिया कि अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो वे कर सकते हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे।
प्रदर्शन के खिलाफ सीसम योगी सख्त
दूसरी तरफ यूपी के सीएम ( CM Yogi adityanath ) जुमे के नमाज के बाद प्रयागराज, सहारनपुर और मुरादाबाद में विरोध प्रदर्शन, नारेबाजी और झड़प की घटना के बाद पहले से ज्यादा सख्त हो गए हैं। उन्होंने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ किसी भी स्तर पर हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके अलावा उन्होंने सभी जगहों पर सख्त निगरानी के भी निर्देश दिए हैं।
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