Punjab Election 2022 : 117 सीटों के लिए मतदान जारी, CM चन्नी- 'लोगों के भलाई के लिए पूरी कोशिश की, अब ऊपर वाले की इच्छा'

Punjab Election 2022 : सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने खरड़ में गुरुद्वारा श्री कटलगढ़ साहिब में पूजा-अर्चना की, इस दौरान सीएम चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार ने कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा काम करने की पूरी कोशिश की है, बाकी अब लोगों की इच्छा है...

Update: 2022-02-20 05:25 GMT

CM चन्नी- लोगों के भलाई के लिए पूरी कोशिश की, अब ऊपर वाले की इच्छा

Punjab Election 2022 : पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए आज रविवार 20 फरवरी को मतदान हो रहा है| बता दें कि 1304 प्रत्याशियों की किस्मत आज ईवीएम में कैद हो जाएगी| 10 मार्च को प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आएगा| वहीं इस दौरान वोटिंग की गहमागहमी से पहले रविवार को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने खरड़ में गुरुद्वारा श्री कटलगढ़ साहिब में पूजा-अर्चना की| इस दौरान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार ने कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा काम करने की पूरी कोशिश की है, बाकी अब लोगों की इच्छा है|

अब जनता पर निर्भर है सबकुछ

गौरतलब है कि चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब और भदौर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं| पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि 'मैं यहां सभी लोगों के साथ-साथ पंजाब की भी सलामती की दुआ मांगने आया हूं| अब जनता पर सबकुछ निर्भर है, हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है|'

कैंपेनिंग के दौरान जबकर हुई थी जुबानी जंग

बता दें कि पंजाब में कैंपेनिंग के आखिर दो दिन में काफी हाईवोल्टेज ड्रमा चला| सभी राजनीतिक पार्टियों ने एक-दूसरे को घेरने की कोशिश की थी| एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप और जुबानी जंग का दौर जमकर चला| बता दें कि आम आदमी पार्टी ने जहां मौजूदा कांग्रेस सरकार और पूर्व में सरकार चला चुकी बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल को घेरा, तो बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए आप को घेरा है| इस हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद आज प्रदेश के करीब 2.14 करोड़ वोटर्स मतदान करके 1304 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे|

27 मार्च को खत्म होगा विधानसभा का कार्यकाल

बता दें कि पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है| पंजाब विधानसभा चुनाव की 117 सीटों वाले पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर दस साल बाद सत्ता में लौटी थी, जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी का गठबंधन महज 18 सीटों पर सिमट गया था|

Tags:    

Similar News