पंजाब के 800 गांवों के किसानों-मजदूरों ने पीएम मोदी, अंबानी और अडानी के फूंके पुतले, नए कृषि कानूनों का किया विरोध
किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों और जिला प्रधान इंद्रजीत सिंह बाठ, धर्म सिंह सिद्धू, नरिंदर पाल सिंह जताला, बलजिंदर सिंह ने बताया कि किसान मजदूरों ने पीएम मोदी, अडानी और अंबानी के पुतले फूंके और इसके साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई....
फिरोजपुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं, इसी कड़ी किसानों और मजदूरों ने पीएम मोदी, रिलायंस ग्रुप के चेयरमेन अनिल अंबानी और गौतम अडानी के रावण रूपी पुतले का दहन किया। पंजाब के 800 से ज्यादा गांवों में इस तरह तरह के पुतलों का दहन किया गया।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों और जिला प्रधान इंद्रजीत सिंह बाठ, धर्म सिंह सिद्धू, नरिंदर पाल सिंह जताला, बलजिंदर सिंह ने बताया कि किसान मजदूरों ने पीएम मोदी, अडानी और अंबानी के पुतले फूंके और इसके साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इन किसानों की मांग है कि किसान विरोधी काले कानूनों और बिजली संशोधन अधिनियम 2020 को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
इस मौके पर यूनियन के जिला प्रचार सचिव जगतार सिंह कालाझाड़ और ब्लॉक के मित्र प्रधान मनजीत सिंह ने भी सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध किया और इन कानूनों के खिलाफ किसानों को एकजुट होने का आह्वाहन किया। इस दौरान किसानों के अलावा आढ़ितिया एसोसिएशन के नेता और सदस्य भी मौजूद थे।
इसके अलावा चंडीगढ़ में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट के कई मंत्रियों का पुतला फूंका और नारेबाजी की।
कांग्रेस नेता उदित राज ने अपने ट्वीटर हैंडल से चुटकी लेते हुए लिखा, अजीब बात देखी जा रही है इस विजय दशमी पर की सोशल मीडिया में मोदी जी के पुतले का दहन हो रहा है जबकि होना रावण का चाहिए। कहीं पर अडानी और अंबानी भी साथ में हैं तो कहीं मोहन भागवत।
एक यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'इतिहास मे ऐसा पहली बार हो रहा है कि रावण कि जगह देश के प्रधानमंत्री और उनके मंत्रियों क पुतला दहन किया जा रहा है!'