Punjab News : धरना दे रहें पंजाब के प्रोफेसरों की मांग, CM चरणजीत सिंह चन्नी लागू करें सातवां वेतनमान
Punjab News : प्रोफेसर पिछले एक महीने से भूख हड़ताल श्रृंखला चला रहे हैं लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं, प्रोफेसरों की मांग है कि पंजाब के मुख्यमंत्री खुद इस मामले को देंखे..
Punjab News जनज्वार। चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) के मेन गेस्ट हॉउस के सामने 196 कॉलेजों के प्रोफेसर पिछले एक महीने से भूख हड़ताल पर हैं। प्रोफेसरों की मांग है कि पंजाब सरकार के द्वारा सातवें वेतनमान (7th Pay Commission) को पंजाब के प्रोफेसरों और शिक्षकों के लिए लागू किया जाए। प्रोफेसरों का कहना है कि केंद्र सरकार (Centre) द्वारा 2016 से लागू किए गए वेतनमान को पंजाब सरकार ने अब तक लागू नहीं किया है। यह बात मंगलवार को पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स ऑर्गनाइजेशन (PFUCTO) के सदस्य प्रोफेसर बलविंदर सिंह तिवाना ने कही।
प्रोफेसरों का आरोप है कि शिक्षक सातवें वेतनमान के लिए एक माह से भूख हड़ताल (Hunger Strike) शृंखला चला रहे हैं, लेकिन शिक्षा से जुड़े अधिकारी हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए है। अधिकारी नहीं चाहते हैं कि शिक्षकों का भला हो। प्रोफसर बलविंदर सिंह ने बताया कि उच्च शिक्षा आयोग के सचिव के साथ शिक्षकों की एक बैठक भी बेनतीजा रही। पंजाब कैबिनेट ने इसका हल निकालने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे, लेकिन इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया। प्रोफेसरों की मांग है कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खुद इस मामले को देंखे और जल्द से जल्द सातवें वेतनमान को लागू करें।
बता दें कि शिक्षक दिवस (Teachers Day) से पंजाब के शिक्षकों ने यूजीसी (UGC) वेतनमान को लागू करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल पिछले एक महीनें से लगातार सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक अनशन पर बैठे रहते हैं। प्रोफेसरों द्वारा यह कदम पंजाब सरकार पर तुरंत सातवें यूजीसी वेतनमान को लागू करने और यूजीसी वेतनमान को अलग करने के निर्णय को वापस लेने के लिए उठाया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रोफेसरों की वास्तविक मांगों के प्रति पंजाब सरकार के उदासीन रवैये के कारण शिक्षक दिवस के अवसर पर उन्हें भूख हड़ताल का सहारा लेना पड़ता है।
प्रोफेसरों ने प्रेस वार्ता में कहा कि पंजाब सरकार जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक पीफुक्टो (PFUCTO) के सभी घटकों ने एक ही स्थान पर बारी-बारी से श्रृंखला में भाग लेने का संकल्प लिया है। विरोध करने वाले शिक्षकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बड़ी संख्या में प्रदेश के शिक्षकों ने धरना स्थल का दौरा किया।
पंजाब और चंडीगढ़ में यूजीसी ग्रेड के कार्यान्वयन में अनुचित देरी के विरोध में, शिक्षकों ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में कई सौ प्रतिभागियों के साथ सामूहिक आकस्मिक छूटी लेने के साथ एक बड़ा धरना दिया था। शिक्षकों ने यह धरना यूजीसी वेतनमानों को लागू करने के लिए था, जो की अभी तक लागू नहीं हुए हैं।
इस विरोध को चलाने वाले सदस्य पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स ऑर्गनाइजेशन (PFUCTO), पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (PUTA), जीएनडीयू टीचर्स एसोसिएशन(JNDUTA), अमृतसर-पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन लुधियाना, गुरु अंगद देव वेटरनरी साइंसेज यूनिवर्सिटी, गडवासुता, लुधियाना, पंजाबी यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन पटियाला के संगठनों से हैं। सदस्यों ने कहा कि उच्च शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार नए आए हैं। उनसे सभी शिक्षकों को उम्मीद है कि वे मसले का हल करेंगे। वहीं पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मांगों की अनदेखी की गई तो शिक्षक मजबूरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।