Parliament Winter session: सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी नेताओं ने किया संसद परिसर में प्रदर्शन
Parliament Winter session: विपक्षी दलों के सदस्यों ने संसद के शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए 12 राज्यसभा सदस्यों के निलंबन के विरोध में बुधवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया और निलंबन रद्द करने की मांग की.
Parliament Winter session: विपक्षी दलों के सदस्यों ने संसद के शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए 12 राज्यसभा सदस्यों के निलंबन के विरोध में बुधवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया और निलंबन रद्द करने की मांग की. संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, द्रमुक के टीआर बालू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले और कई अन्य सांसद भी मौजूद थे.
Delhi | Suspended Opposition members of Rajya Sabha sit on protest against their suspension from the House for the remaining part of the Winter session of Parliament pic.twitter.com/Fo5DKcgkgX
— ANI (@ANI) December 1, 2021
विपक्षी सांसदों ने 'We Want Justice', 'निलंबन वापस लो' के नारे लगाए. कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि 12 सदस्यों का निलंबन रद्द किया जाना चाहिए ताकि सदन सुचारू रूप से चल सके. मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वह निलंबन के फैसले पर पुनर्विचार करें और निलंबन रद्द करें.
विपक्षी दलों के सांसदों ने श्री @RahulGandhi जी की मौजूदगी में संसद परिसर में गाँधीजी की प्रतिमा के निकट राज्यसभा सांसदों के अवैध निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की। pic.twitter.com/DGVILf3Loh
— Congress (@INCIndia) December 1, 2021
संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मानसून सत्र के दौरान ''अशोभनीय आचरण'' करने की वजह से, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया. उच्च सदन में उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा, जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी.
ये सदस्य हुए निलंबित
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं. बता दें, सदन के शुरू होने से पहले विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा था, 'हम सरकार को सहयोग करना चाहते हैं, अच्छे विधेयक आएंगे तब हम ऐसा करेंगे. लेकिन अगर हमारी बात नहीं मानी (चर्चा को लेकर), तब सदन में व्यावधान की जिम्मेदारी सरकार की होगी.' इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा था.