Raj Thackeray की औरंगाबाद रैली का कई संगठनों ने किया विरोध, परमिशन देने को लेकर असमंजस में पुलिस
Raj Thackeray : मंगलवार को मनसे के पदाधिकारियों ने भी औरंगाबाद शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता से मुलाकात की, उन्होंने मराठवाड़ा सांस्कृतिक मंडल के मैदान पर होने वाली इस सभा में तकरीबन एक लाख लोगों के आने की संभावना जताई है....
Raj Thackeray : मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) की औरंगाबाद (Aurangabad) में होने वाली जनसभा से पहले कई संगठनों ने सभा के खिलाफ विरोध दर्ज करवाया है जिसमें मुस्लिम नुमाइंदा काउंसिल, वंचित बहुजन अघाड़ी, मौलाना आजाद विचार मंच, ऑल इंडिया पैंथर सेना, प्रहार जनशक्ति पक्ष, गब्बर एक्शन संगठन जैसे कई अन्य संगठनों ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर इस संबंध में निवेदन दिया है। इन संगठना का कहना है कि राज ठाकरे की सभा की वजह से शहर का महौल बिगड़ सकता है। लिहाजा इस सभा को इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। आपको बता दें कि राज ठाकरे ने तीन मई त राज्य की मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है।
मंगलवार को मनसे के पदाधिकारियों ने भी औरंगाबाद शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता से मुलाकात की। उन्होंने मराठवाड़ा सांस्कृतिक मंडल के मैदान पर होने वाली इस सभा में तकरीबन एक लाख लोगों के आने की संभावना जताई है। इसलिए दोपहर साढ़े चार बजे से लेकर रात 9.45 बजे तक इजाजत देने की मांग मनसे की ओर से की गई है। मनसे पदाधिकारियों की बात सुनने के बदा पुलिस कमिश्रनर ने उनसे पहले पीडब्ल्यूडी विभाग से स्टेज, फायर ब्रिगेड़, बिजली विभाग और अन्य संबंधित विभागों से इजाजत लेने की बात कही।
बता दें कि कुछ दिन पहले ठाकरे की ठाणे जिले में हुई जनसभा को पुलिस विभाग की ओर से इजाजत नहीं मिली थी। औरंगाबाद में भी कई राजनैतिक संगठनों के विरोध के बदा राज ठाकरे की सभा को इजाजत मिलने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। दरअसल राज ठाकरे ने तीन मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर अल्टीमेटम दिया है। ऐसे में इस रैली की वजह से शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसे में इस बात की आशंका है कि पुलिस इस सभा को इजाजत न दे। बावजूद इसके महानवनिर्माण सेना एक मई को यह सभा करने की बात कह रही है।
मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान का मुद्दा लगातार सियासी बनता जा रहा है। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार और राज ठाकरे की मनसे में ठनी हुई है। इस विवाद में अब भाजपा की सहयोगी पार्टी रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास भी शामिल हो गए हैं।
रामदास अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर की राजनीति नहीं होनी चाहिए। कई सालों से मस्जिद में लाउडस्पीकर लगे हैं। लाउडस्पीकर को लेकर क्या करना है। उस पर मुस्लिम समाज विचार कर सकता है, हालांकि मुझे लगता है कि एक धर्म के लोगों दूसरे धर्म का आदर करना चाहिए।
अठावले ने कहा कि नवरात्र और अन्य उत्सवों पर भी लाउडस्पीकर बजाया जाता है। मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर निकालने वाली राज ठाकरे की भूमिका का हम कड़ा विरोध करते हैं। राज ठाकरे को अगर मंदिर पर भी लाउडस्पीकर लगाने हैं तो लगा सकते हैं। अगर मस्जिद से लाउडस्पीकर निकाले जाते हैं तो रिपब्लिकन पार्टी उसका कड़ा विरोध करेगी।