Raj Thackeray News : राज ठाकरे की मंस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद कराने की मुहिम ने किया 'बैकफायर', नाराज मुस्लिम नेताओं ने छोड़ी पार्टी
Raj Thackeray News : MNS के कुछ और मुस्लिम कार्यकर्ता भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं. वहीं दूसरी तरफ शिवसेना की ओर से भी एमएनएस पर हमला बोलते हुए हुए उसे MNS को बीजेपी की सी टीम बताया गया गया है...
Raj Thackeray News : राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के लिए पार्टी के लिए खुद का ही एक फैसला बैकफायर कर गया है। मजिस्दों से लाउडस्पीकर हटाने के मामले में पार्टी के रुख के बाद पुणे में MNS के कई मुस्लिम नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पुणे के शाखा प्रमुख माजिद अमीन शेख और उनके साथ कई अन्य नेताओं ने एमएनएस को गुडबाय कह दिया है।
कहा जा रहा है कि इसके बाद MNS के कुछ और मुस्लिम कार्यकर्ता भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं. वहीं दूसरी तरफ शिवसेना की ओर से भी एमएनएस पर हमला बोलते हुए हुए उसे MNS को बीजेपी की सी टीम बताया गया गया है।
वहीं दूसरी ओर राज ठाकरे के बयान के बाद MNS नेताओं की ओर से मुंबई और उसके आसपास के अलग-अलग इलाकों में लाउडस्पीकर के जरिए हनुमान चालीसा बजाने का सिलसिला भी जारी है. यहां तक कि आदित्य ठाकरे के विधानसभा क्षेत्र वर्ली में भी MNS नेताओं ने लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाया।
क्या बयान दिया था राज ठाकरे ने
बता दें कि बीते शनिवार 02 अप्रैल को राज ठाकरे ने मस्जिदों के लाउडस्पीकर बंद किए जाने की मांग की थी। ठाकरे ने शिवाजी पार्क में एक रैली में कहा था कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर भी स्पीकर पर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा था कि मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं। मुझे अपने धर्म पर गर्व है।
इसके साथ ही उन्होंने इस रैली के दौरान अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जिन लोगों के खिलाफ चुनाव लड़ा था उन्हीं के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। आपको बता दें कि पिछले महाराष्ट्र विधानससभा चुनावों के दौरान शिवसेना ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। पर चुनाव परिणाम आने बाद उसने मुख्यमंत्री के चयन को लेकर हुए विवाद के बाद एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। इस दौरान महाराष्ट्र में जमकर राजनीतिक ड्रामा भी हुआ था। तब से लेकर अब तक शिवसेना नेता भाजपा पर लगातार हमलावर रहे हैं।