Jodhpur Cylinder Blast: जोधपुर की बारात में फटा सिलिंडर, दूल्हे के माता-पिता समेत मृतकों का आंकड़ा पहुंचा 23
Jodhpur Cylinder Blast: आज मंगलवार महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान दुल्हे के 55 वर्षीय पिता सगत सिंह, 24 साल के दिलीप कुमार, 56 वर्षीय सुगन कंवर, 9 साल के आईदान और 50 वर्ष के सूरज कंवर ने दम तोड़ दिया। लगभग 7 लोग अभी ICU में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। इसी के साथ मरने वालों का आंकड़ा 23 पहुंच गया है। ...
Jodhpur Cylinder Blast: राजस्थान के जोधपुर में हुए गैस-सिलिंडर ब्लास्ट मामले में मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। आज मंगलवार महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान दुल्हे के 55 वर्षीय पिता सगत सिंह, 24 साल के दिलीप कुमार, 56 वर्षीय सुगन कंवर, 9 साल के आईदान और 50 वर्ष के सूरज कंवर ने दम तोड़ दिया। लगभग 7 लोग अभी ICU में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। इसी के साथ मरने वालों का आंकड़ा 23 पहुंच गया है।
क्या है पूरा मामला?
8 दिसंबर, गुरुवार को जोधपुर के शेरगढ़ स्थित भूंगरा गांव में दोपहर साढ़े तीन बजे एक जोरदार धमाका हुआ। घर में शादी समारोह चल रहा था। दूल्हा शेरवानी पहन कर बारात ले जाने की तैयार कर रहा था। परिवार के कुछ लोग भोजन कर रहे थे। महिलाएं आंगन में बैठीं ढोलक बजाकर गाना गा रही थीं। तभी एक गैस सिलेंडर फटा। धमाके के साथ पूरा घर आग की लपटों से घिर गया।
जोधपुर के शेरगढ़ में भूंगरा गांव का ये हादसा रूह कंपाने वाला है। उस दिन घर में मौजूद 100 से ज्यादा लोगों के बीच अफरा-तफरी मची। लोग भागे। 60 से ज्यादा लोग आग की चपेट में आ गए। 54 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले सोमवार 12 दिसंबर को इलाज के दौरान दूल्हे की मां सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। मौतों का आंकड़ा बढ़कर अब 23 हो गया है। जिन लोगों ने दम तोड़ा वे 50 प्रतिशत से अधिक झुलसे हुए थे। इनमें एक ऐसी महिला शामिल है, जो 40 फीसदी झुलसी हुई थी।
आज मंगलवार को हुई मौतों की जानकारी मिलने पर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भी अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने घायलों के इलाज के बारे में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिलीप कच्छावा और अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा से इलाज के बारे में जानकारी ली। फिलहाल यहां पर मरीजों के परिजनों के लिए एक काउंसिलिंग कक्ष बनाया गया है। इसमें बैठे अस्पताल के स्टाफ मरीजों के इलाज के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बोहरा ने बताया कि घटना के बाद से ही प्लास्टिक सर्जन रजनीश गालवा व अन्य डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है। प्रत्येक वार्ड में डॉक्टर्स व नर्सेज अपनी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं। 24 डॉक्टरों की टीम दिन-रात इलाज में जुटी है। इनमें सीनियर और जूनियर सहित रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हैं।
परिवार उजड़ने के बाद जागा प्रशासन
जिला प्रशासन ने जोधपुर के कीर्तिनगर एवं भूंगरा (शेरगढ़) में हुए हादसों को देखते हुए जिले के सभी BPCL/IOCL और HPCL गैस एजेंसीधारकों को विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। इसमें सिलेंडर में गैस रिसाव/लीक की पूर्ण जांच करने, आवश्यक होने पर उपभोक्ताओं को सिलेंडर वासर को चेंज करके सिलेंडर आपूर्ति कराने आदि निर्देश हैं।