अंधविश्वास : सपने को सच मानकर कलयुगी मां ने बेटे की जान बचाने के लिए बेटी की गला दबाकर कर दी हत्या, पहुंची जेल
Rajasthan Crime News : पति पर हमला में विफल रहने के बाद महिला ने अपने छोटे बेटे और बेटी पर शनिवार को जानलेवा हमला बोल दिया। बेटा तो किसी तरह बच निकला, पर बेटी महिला के हत्थे चढ़ गई और महिला ने खुद की बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी।
Rajasthan crime News : कहां हम चांद पर पहुंच गए हैं, वहीं राजस्थान ( Rajasthan ) के कोटा ( Kota ) जिले के बारां ( Baran ) थाना क्षेत्र के अंता ( Anta ) में एक महिला की करतूत ने मां की ममता को कलंकित कर दिया है। घटना सामने आने के बाद से सभी थू-थूकर रहे हैं। सूचना मिलने मौके पर पुलिस पहुंची पुलिस ने मां को हिरासत में लेकर जेल में भेज दिया है। साथ ही बेटी की हत्या का ( mother killed own daughter ) मुकदमा भी दर्ज किया है।
ताज्जुब की बात तो यह है कि बचपन से भारतीय समाज में कहा जाता है कि सपना कभी अपना नहीं होता, लेकिन अंता की महिला अपने बड़े बेटे को इतना चाहती थी कि बेटी की हत्या कर दी। पुलिसिया पूछताछ के दौरान आरोपी महिला रेखा हाड़ा ने चैकाने वाले खुलासे किए हैं,जिसको सुनकर पुलिस भी स्तब्ध रह गई। आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि उसको सपना आता था कि बडे बेटे को बचना है तो किसी एक की बलि देनी होगी। इसके बाद महिला ने वारदात को अंजाम दे दिया।
डीएसपी तरूण कांत सोमानी ने बताया कि महिला द्वारा अपनी ही बेटी की हत्या करने की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और संदिग्धता के आधार पर महिला रेखा से पुछताछ की तो सारा मामला आईने की तरह साफ हो गया। थाना पुलिस ने बताया कि रेखा अपने पति और तीन बच्चों के साथ रहती है। आरोपी महिला का बडा बेटा नागेंद्र है जिसके दिल में छेद होने की जानकारी मिली। दिल में छेद होने के कारण बेटा बीमार रहता था। इस बात को लेकर महिला चिंतित रहती थी। पिछले कुछ दिनों से सपना देख रही थी कि बड़े बेटे को बचाना है तो किसी एक की बलि देनी पड़ेगी।
सबसे पहले तो महिला ने रात को सोते समय पति पर जानलेवा हमला बोला था, लेकिन एक मौके पर पति की नींद से जाग गया और किसी तरह भागकर जान बचा लिया।पति पर हमला में विफल रहने के बाद महिला ने अपने छोटे बेटे और बेटी पर शनिवार को जानलेवा हमला बोल दिया। बेटा तो किसी तरह बच निकला, पर बेटी महिला के हत्थे चढ़ गई और महिला ने खुद की बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी।
यह घटना राजस्थान ( Rajasthan ) के कोटा ( Kota ) जिले के बारां थाना क्षेत्र के अंता की है। शनिवार सुबह एक मां ने अपनी 13 साल की बेटी की तौलिए से गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना के वक्त महिला का 11 साल का छोटा बेटा मौके पर ही था, जिसे उसने कमरे से बाहर निकालकर अंदर से कुंडी लगा ली थी।
बारा थाना क्षेत्र अंता के एएसआई राजेंद्र सिंह ने बताया कि अंता की शिव कॉलोनी निवासी 35 साल की रेखा हाड़ा ने अपनी बेटी संजना 13 वर्षीय की घर में तौलिए से गला घोंटकर हत्या कर दी। इस मामले में महिला के 40 वर्षीय पति शिवराज सिंह हाड़ा ने थाने में रिपोर्ट दी है।
आसपास के लोगों का कहना है कि कोरोना के बाद से महिला की मानसिक स्थिति खराब रहती है, जिसका इलाज भी चल रहा है। थाना पुलिस हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है।
महिला रेखा हाडा का पति शिवराज सिंह ऑटो ड्राइवर है। वह सुबह ऑटो लेकर घर से निकल गया था। उसके दो बेटे और एक बेटी थी। बड़ा बेटा नागेंद्र सिंह 16 वर्षीय स्कूल जा चुका था। जबकि संजना और उसका छोटा भाई सिंघम स्कूल जाने वाले थे। इसी दौरान रेखा ने संजना को पीटना शुरू कर दिया, जिस पर सिंघम जोर-जोर से रोने लगा। रेखा ने सिंघम को कमरे से बाहर निकाल दिया। अंदर से कुंडी लगा ली। उसके बाद उसने तौलिए से संजना का गला घोंटकर हत्या कर दी। संजना पांचवीं कक्षा में पढ़ती है।
कमरे से निकाले जाने के बाद छोटा भाई सिंघम जोर-जोर से रोने लगा। उसके चिल्लाने की आवाजें सुनकर पड़ोस के लोग मौके पर आ गए। उसने पड़ोसियों को बताया कि मां बहन को पीट रही है। जिस पर लोगों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर संजना जमीन पर पड़ी थी। लोग उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
Rajasthan crime News : इस घटना के बाद 13 साल की बेटी की तौलिए से गला घोंटकर हत्या करने वाली रेखा हाड़ा के खिलाफ उसके पति ने मामला दर्ज कराया है। महिला के पति शिवराज सिंह हाड़ा ने बताया कि उसकी पत्नी रेखा हाडा कोरोना के बाद से मानसिक बीमारी से पीड़ित थी। कई दिनों से गुमसुम सी रहती थी, और कोई काम नहीं करती थी। इसको लेकर एक-दो दिन बाद रेखा को डॉक्टर को दिखाने जाने वाले थे। शिवराज ने कहा कि आरोपी रेखा अपने बच्चों से काफी प्यार करती थी, कभी भी उनको मारती-पीटती नहीं थी।