मोदीभक्ति में डूबे रजत शर्मा ने कोरोना वैक्सीन की अच्छाई बताने के लिए 3 दिन में किये 3 ट्वीट

4 जनवरी दिन सोमवार को रजत शर्मा ट्वीट करते हैं, भारत में बनी कोवौक्सीन की जो लोग आलोचना कर रहे हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि 190 देशों की सरकारों के कंसोर्शियम ने इस वैक्सीन की 2 अरब डोज़ की बुकिंग करवाई है....

Update: 2021-01-05 14:24 GMT

जनज्वार ब्यूरो/नई दिल्ली। रजत शर्मा भारतीय मीडिया का एक जाना माना नाम हैं। इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा को इन दिनों गज्जब का मोदीमैनिया नामक रोग लग गया जान पड़ रहा है। कोरोना वैक्सीन को लेकर रजत शर्मा ने बीते तीन दिनों में तीन ट्वीट किए। पत्रकार से मोदी सरकार के प्रवक्ता बन चुके रजत शर्मा कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर शायद खुद भ्रम में हैं और यही भ्रम उनके ट्वीट में भी झलक रहा है।

3 जनवरी दिन रविवार को किये अपने ट्वीट में महान रजत शर्मा नरेंद्र मोदी को टैग कर लिखते हैं 'अपने देश में बनी वैक्सीन कारगर है, सस्ती है और इसे स्टोर करना आसान है. ये नरेंद्र मोदी की नीति और हमारे वैज्ञानिकों की कुशलता का प्रतीक है. इस पर बेवजह शक करने वाले जान लें कि इस वैक्सीन की एडवाँस बुकिंग 190 देशों ने करवाई है।

4 जनवरी दिन सोमवार को रजत शर्मा ट्वीट करते हैं, 'भारत में बनी कोवौक्सीन की जो लोग आलोचना कर रहे हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि 190 देशों की सरकारों के कंसोर्शियम ने इस वैक्सीन की 2 अरब डोज़ की बुकिंग करवाई है। लोग गलतफहमियों के शिकार न हों, तथ्यों पर यकीन करें।'

आज की 5 जनवरी यानी मंगलवार को रजत शर्मा ने फिर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि 'Covaxin और COVAX पर एक बात साफ़ करनी है। COVAX WHO के प्रोग्राम का नाम है, जिसके तहत 190 देशों के कंसोर्शियम GAVI ने Serum Institute और Bill and Melinda Gates Foundation के साथ 2 अरब वैक्सीन बुक की हैं, जबकि Covaxin भारत की वैक्सीन है, जिसे यहाँ की सरकार की मंज़ूरी मिली है।'

रजत शर्मा अरुण जेटली जैसे प्रखर नेता के स्कूल में पढ़े हैं। अरुण जेटली ने एक बार पैसे ना होने पर उनकी फीस भी भरी थी। स्ट्रीट लाइट में बैठकर पढ़ाई करने वाले रजत शर्मा के बारे में कई किवंदन्तिया प्रचलित हैं। लेकिन उन्हें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि जनता भी कुछ बहुत समझदार है।

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