Ramayana Express Train: आधुनिक सुविधाओं से लैस 'रामायण एक्सप्रेस' में लगे हैं CCTV कैमरे, किराया जानकर उड़ जाएंगे होश

Ramayana Express Train: अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन में यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्तरां, आधुनिक किचन कार और यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक शौचालय आदि की सुविधा भी उपलब्ध है...

Update: 2021-11-22 09:16 GMT

Ramayana Express Train: भारतीय रेलवे के उपक्रम आईआरसीटीसी (IRCTC) द्वारा 'देखो अपना देश' पहल के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए श्री रामायण एक्सप्रेस (Shri Ramayan Express) ट्रेन की शुरुआत की गयी है। यह ट्रेन 7 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू हुई। 14 नवंबर से पहली यात्रा के दौरान पर्यटकों की भारी मांग को देखते हुए आईआरसीटीसी ने इस ट्रेन को 12 दिसम्बर को फिर से चलाए जाने का निर्णय लिया है। अगली यात्रा की बुकिंग प्रक्रिया जारी है। यह यात्रा कुल 17 दिनों में पूरी होगी। यात्रा का पहला पड़ाव भगवान श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा जहां राम जन्मभूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर और नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराते हुए यह ट्रेन देश के अलग अलग राज्यों से होकर कुल 7500 किलोमीटर का सफर तय करेगी।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रामायण ट्रेन

भारतीय रेलवे की यह स्पेशल ट्रेन देश में चलने वाली अन्य ट्रेनों से कई मायनों में अलग है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन में यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक किचन कार और यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध है। ट्रेन में सुरक्षा चौकसी के लिए सुरक्षा गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर और हर कोच में CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं।


इन राज्यों से होकर गुजरेगी स्पेशल ट्रेन

17 दिनों के धार्मिक यात्रा को दो हिस्‍सों में बांटा गया है। पहला भारत और दूसरा श्रीलंका। दिल्ली से रवाना होने के बाद ट्रेन का पहला पड़ाव राम जन्मभूमी अयोध्या में होगा। यहां से ही रामायण यात्रा की शुरुआत होती है। अयोध्या से यात्रियों को सड़क मार्ग से नंदीग्राम, जनकपुर, सीतामढ़ी के रास्ते नेपाल ले जाया जाता है। इसके बाद ट्रेन से यात्रियों को भगवान शिव की नगरी काशी लाया जाता है। यहां से बसों के जरिए काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट के दर्शन होते हैं। फिर चित्रकूट से यह ट्रेन नासिक पहुंचती है और भक्तों को पंचवटी और त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण कराया जाता। नासिक से किष्किंधा नगरी हंपी, जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्मस्थल और का दर्शन कराया जाता है।

इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम होगा। रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर और धनुषकोडी का दर्शन प्राप्त होगा। रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 7500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।

ट्रेन में यात्री क्षमता और किराया

रामायण एक्‍सप्रेस में एक साथ 800 यात्री सफर कर सकते हैं। ट्रेन के AC फर्स्ट क्लास में सफर के लिए 1,02,095 प्रति व्यक्ति और AC द्वितीय श्रेणी से यात्रा के लिए 82,950 रुपए किराया तय किया गया है। इस टूर पैकेज की कीमत में यात्रियों को रेल यात्रा के अलावा शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड और इंश्योरेंस आदि कि सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार/पीएसयू के कर्मचारी इस यात्रा पर वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर पात्रता के अनुसार एलटीसी सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं।

श्रीलंका दौरे के लिए यात्रियों से अलग से किराया लिया जाएगा। श्रीलंका दौरे पर जाने के लिए यात्री चेन्नई से कोलंबो की उड़ान ले सकते हैं। श्रीलंका में 5 रात और 6 दिन के पैकेज की कीमत प्रति व्यक्ति 36,970 रुपये होगी। श्रीलंका के दौरे के पैकेज में कैंडी, नुवारा एलिया, कोलंबो और नेगोंबो जैसे 4 डेस्टिनेशन को कवर किया जाएगा।


अधिक जानकारी के लिए यहां संपर्क करें

इसके अलावा, इस यात्रा की बुकिंग के लिए 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक यात्री को कॉविड टीके का दोनों डोज लगा होना अनिवार्य होगा। अधिक जानकारी के लिए यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट https://www.irctctourism.com पर जा सकते हैं और यात्रा के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं। रामायण यात्रा स्पेशल ट्रेन में बुकिंग IRCTC के आधिकारिक वेबसाइट पर होगी जिसके लिए 'पहले आओ-पहले पाओ' के आधार पर टिकट उपलब्ध कराए जाते हैं।

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