रविशंकर प्रसाद का राहुल गांधी पर पलटवार, कहा - आप नकली गांधी हैं, नकली है आपकी विचारधारा
राहुल गांधी झूठ बोलते हैं। उन पर अखबार की संपत्ति हड़पने का आरोप है। हेराल्ड केस में धोखाधड़ी के आरोप हैं।
रविशंकर प्रसाद का राहुल गांधी पर पलटवार, कहा - आप नकली गांधी हैं, नकली है आपकी विचारधारा
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) की ओर से मोदी सरकार ( Modi government ) पर हमला बोलने के तत्काल बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ( Ravi Shankar Prasad ) ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ( Congress ) का लोकतंत्र भ्रष्टाचार तंत्र था। मोदी सरकार के दौर में भ्रष्टाचार बंद है। इससे राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता व्यथित है।
झूठ हम नहीं, राहुल गांधी बोलते हैं
रविशंकर प्रसाद ( Ravi Shankar Prasad ) यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने राहुल गांधी ( Rahul Gandhi )से पूछा है कि वो बताएं कि बेल पर क्यों हैं? राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार के केस 2014 के पहले से हैं। भ्रष्टाचार बंद होने से व्यथित हैं राहुल गांधी। राहुल गांधी झूठ बोलते हैं। उन पर अखबार की संपत्ति हड़पने का आरोप है। हेराल्ड केस में धोखाधड़ी के आरोप हैं। झूठ हम नहीं राहुल बोलते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने कहा कि महगाई और बेरोजगारी पर चर्चा में राहुल गांधी आते नहीं। महंगाई और बेरोजगारी की चर्चा तो बस एक बहाना है। मूल रूप से ईडी ( ED ) को धमकाना और परिवार को बचाना है। राहुल गांधी से मेरा सवाल है कि क्या आपकी पार्टी में लोकतंत्र है, कांग्रेस खेमे में केवल सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका हैं। आपकी पार्टी को जनता वोट नहीं देती तो हम क्या करें? भाजपा ( BJP ) नेता ने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद दुनिया की कई अर्थव्यवस्था से भारत की अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है।
देश में 4 लोगों की डिक्टेटरशिप है
इससे पहले राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने हाथ पर काला बैंड लगा मोदी सरकार की रीति-नीति पर हमला बोला था। उन्होंने मीडिया से पूछा था कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है, क्या आप लोग तानाशाही का मजा ले रहे हैं। मोदी सरकार ने 70 साल के लोकतंत्र को 8 साल में बर्बाद कर दिया। आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं है। लोकतंत्र की मौत हो चुकी है। आज चार लोगों की डिक्टेटरशिप है। हम महंगाई और जो लोगों को बांटा जा रहा है, उस पर बोलना चाहते हैं। हमें पार्लियामेंट हाउस में बोलने नहीं दिया जाता। जो विरोध करता है उसे अरेस्ट किया जाता है। ये हिंदुस्तान की हालत है। जब हमारी सरकार थी तब केंद्रीय एजेंसियां और अन्य संवैधानिक संस्थाएं निष्पक्ष होती थीं। इन्हीं के सहारे विपक्ष खड़ा होता है, लेकिन भाजपा सरकार ने सभी एजेंसियों और संस्थाओं को अपने कब्जे में कर रखा है।