RBI News : रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में किया इजाफा, महंगाई और बढ़ने का खतरा, लोन भी होगा महंगा
RBI News : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने एक बैठक में रेपो दर को 40 आधार अंकों (bps) तक बढ़ाकर तत्काल प्रभाव से 4.40 प्रतिशत कर दिया है।
RBI News : आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) शशिकांत दास (Sashi Kant Das) ने कहा है कि भू-राजनीतिक तनाव प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति को बढ़ाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। कच्चे तेल की कीमत अस्थिर है और $100 प्रति बैरल से ऊपर है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने एक बैठक में रेपो दर को 40 आधार अंकों (bps) तक बढ़ाकर तत्काल प्रभाव से 4.40 प्रतिशत कर दिया है। इस घोषणा के बाद सेंसेक्स में भारी गिरावट देखी गई है।
मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से ब्याज दर को 40 बीपीएस बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि कहा कि आरबीआई एमपीसी ने वैश्विक विकास का आकलन करने के लिए ऑफ-साइकिल बैठक की है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति को बढ़ाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। कहा कि कच्चे तेल की कीमत अस्थिर है और $100 प्रति बैरल से ऊपर है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि खाद्य तेलों की कमी की वजह यूरोप में संघर्ष और निर्यातकों द्वारा प्रतिबंध लगाया जाना है।
आपको बता दें कि मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। पिछली मीटिंग 6-8 अप्रैल को हुई थी। पिछली बार 22 मई 2020 को रेपो रेट में बदलाव हुआ था। तब से ये 4% के ऐतिहासिक लो लेवल पर बना हुआ था। रेपो रेट वह रेट होता है जिस पर RBI से बैंकों को कर्ज मिलता है, जबकि रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस दर पर बैंकों को RBI के पास अपना पैसा रखने पर ब्याज मिलता है।
RBI की ओर से अचानक रेपो रेट बढ़ाने की खबर ने शेयर बाजार में भूचाल ला दिया है। इस घोषणा के बाद से सेंसेक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस फैसले के बाद सेंसेक्स करीब 1300 पॉइंट गिरकर 55,700 के करीब पहुंच गया। मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने कहा कि मार्केट के लिए ये काफी खराब है। RBI को अचानक इस तरह का फैसला नहीं लेना चाहिए था। सीनियर इकोनॉमिस्ट बृंदा जागीरदार ने कहा कि महंगाई के बढ़ने की वजह से RBI को ये फैसला लेना पड़ा है।
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