Roorkee Gangrape Case : मां और बच्ची से दुष्कर्म के मामले में सबूत मिलने के बाद भी नहीं हुई आरोपियों की गिरफ्तारी, पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
Roorkee Gangrape Case : घटना में छह साल की बच्ची के साथ ही दरिंदगी नहीं हुई, उसकी मां को भी बदमाशों ने अपना शिकार बनाया, बच्ची की मां के साथ भी गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद घटना की भयावहता को समझा जा सकता है...
Roorkee Gangrape Case : उत्तराखंड (Uttarakhand) के रुड़की में 24 जून को घटी खौफनाक गैंगरेप की घटना (Roorkee Gangrape Case) में एक बड़ा मोड़ आया है। बता दें कि अब यह बात सामने आई है कि इस घटना में छह साल की बच्ची के साथ ही दरिंदगी नहीं हुई, उसकी मां को भी बदमाशों ने अपना शिकार बनाया। बच्ची की मां के साथ भी गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद घटना की भयावहता को समझा जा सकता है। बता दें कि चलती कार में बच्ची से रेप का मामला पहले दर्ज किया गया था।
बच्ची की मां के साथ भी दुष्कर्म
पुलिस ने शुरुआत में एक आरोपी बताया। बाद में चार आरोपियों के नाम जोड़े गए। अब कार में लिफ्ट लेने वाली मां के साथ भी रेप का मामला सामने आने के बाद पुलिस की ओर से इसे भी मूल एफआईआर में जोड़ने की बात कही जा रही है लेकिन, जो सबसे बड़ी बात है, वह इस घटना के आरोपियों की चार दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर होना है। आखिर इस मामले के आरोपी पुलिस की पकड़ में क्यों नहीं आ पाए हैं। इस सवाल का जवाब कोई नहीं दे पा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे है सवाल
पुलिस मामले की जांच चलने की बात कर रही है। गिरफ्तारी पर जल्द कार्रवाई होने की केवल बात कही जा रही है। रुड़की मामले में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है। सबसे बड़े सवाल हैं कि पुलिस ने दर्ज की बच्ची के साथ रेप की शिकायत और मां के साथ भी रेप की उसे जानकारी नहीं हो सकी। शुरुआत में एक आरोपी बताया, बाद में चार आरोपी बताए गए। पहले रेप का मुकदमा फिर गैंगरेप। पुलिस द्वारा अपराधियों की पहचान का दावा लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं। पुलिस के एक सीनियर अफसर का कहना है कि इस बाद की पुष्टि हो गई है कि घटना के चार आरोपी है।
इन लोगों पर पॉक्सो एक्ट के तहत बच्ची के साथ रेप का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले का विवरण अभी भी सामने आ रहा है। पुलिस की जांच के निष्कर्षों के आधार पर और धाराएं जोड़ी जाएंगी।
लिफ्ट देने के बाद किया दुष्कर्म
पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, 24 जून की देर शाम 30 वर्षीय महिला अपनी 6 वर्षीय बेटी के साथ पिरान कलियार से गंगनहर के किनारे रुड़की की ओर पैदल आ रहे थे। इसी समय सोनू नाम का एक व्यक्ति अपनी गाड़ी के साथ उस तरफ से गुजरा। वह महिला को जानता था। उसने लिफ्ट की पेशकश की। कार में चार लोग पहले से सवार थे। सोनू ने जब कार में आने को कहा तो वे दोनों उसमें सवार हो गए।
महिला का आरोप है कि सोनू ने कार को गन्ने की खेत की ओर मोड़ दिया। वहीं पर उनकी बेटी के साथ आरोपियों ने दुर्व्यवहार किया। घटना के बाद दोनों को सड़क पर फेंक कर वे कार से फरार हो गए। मूल प्राथमिकी में सोनू को अकेला आरोपी बनाया गया था। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 376-सी (16 साल से कम उम्र की महिला से बलात्कार) और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने आगे की जांच के बाद सामूहिक बलात्कार के आरोप जोड़े। पुलिस की ओर से अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने का मामला तूल पकड़ रहा है।