Rudraprayag News : अस्पताल में गर्भवती की मौत से मचा हड़कंप, शौचालय में मिला नवजात का शव, CMS का बेतुका बयान जले पर नमक छिड़कने वाला

Rudraprayag News : जिला अस्पताल (Rudraprayag District Hospital) का सीएमएम ने लापरवाही को स्वीकार करने के बदले बेतुका बयान दिया है जो मानवीयता को शर्मसार करने वाला है।

Update: 2022-07-24 08:19 GMT

Rudraprayag News : अस्पताल में गर्भवती की मौत, शौचालय में मिला नवजात का शव, CMS का बेतुका बयान जले पर नमक छिड़कने वाला 

Rudraprayag News : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल (Rudraprayag District Hospital) में एक गर्भवती महिला ( pregnant death ) की मौत और शौचालय में नवजात का शव (  dead body of newborn found in toilet ) मिलने से हड़कंप मच गया है। हड़कंप इसलिए नहीं कि गर्भवती की मौत हो गई, बल्कि इस वजह से कि इस मामले में अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है। अफसोस की बात ये है कि अस्पताल का सीएमएम ( CMS Rajiv Singh ) इस बात को स्वीकार करने के बाद बेतुका बयान दिया है जो मानवीयता को शर्मसार करने वाला है।

दरअसल, शनिवार को 18 वर्षीय एक अविवाहित युवती का अत्यधिक रक्तस्राव हो जाने से रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल (Rudraprayag District Hospital) में मौत हो गई। महिला ने मौत से पहले एक शिशु को जन्म दिया था। दुखद और चौंकाने वाली बात यह है कि नवजात का अस्पताल के शौचालय में पाया गया है। इस बात की पुष्टि खुद अस्पताल के अधिकारियों ने की है।

राजीव सिंह के बयान का क्या मतलब निकाला जाए?

जिला अस्पताल (Rudraprayag District Hospital)  के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजीव सिंह ( CMS Rajiv Singh ) ने बताया कि युवती के रक्त में हीमोग्लोबिन कम था और अस्पताल को यह जानकारी नहीं दी गई थी कि वह गर्भवती है। एक सीएमएस के इस बयान को आप क्या कहेंगे। यही न कि सीएमएस राजीव सिंह सरासर झूठ बोल रहा है। अस्पताल (Rudraprayag District Hospital) की लापरवाही बता रहा है। भला, ऐसे कैसे हो सकता है कि एक महिला जिला अस्पताल में भर्ती हो, नवजात को जन्म दे। उसकी मौत हो जाए, नवजात का शव शौचालय में मिलेे और सीएमएस कहे कि उसे पता ही नहीं है कि महिला गर्भवती थी और खून की कमी से पीड़त थी।

क्या ऐसे व्यक्ति को जिला अस्पताल का सीएमएस होना चाहिए?

यहां पर ये तो हो सकता है कि महिला खून की कमी से पीड़ित हो, पर महिला ने नवजात जन्म दे दिया और सीएम का कहना कि परिजनों ने बताया ही नहीं कि महिला गर्भवती है। अगर नहीं भी बताया तो महिला की मौत तय है कि नवजात को जन्म देने की बात हुई होगी। चलिए, मान लेते हैं कि ज्यादा रक्तस्राव से महिला की मौत हो गई, लेकिन नवजात का शव शौचालय में क्यों मिला, इसका जवाब देने के बदले सीएमएस राजीव सिंह बगलें झांक रहे हैं। क्या ऐसे व्यक्ति को सीएमएस जैसे जिम्मेदार पद पर होना चाहिए। ऐसे सीएमएस के लिए तो उचित शब्द ढूंढना भी मुश्किल भरा हो सकता है लेकिन जिला अस्पताल के सीएमएस ने ये सब कर दिखाया है। सीएमएस राजीव सिंह इसके ज्वलंत उदाहरण हैं।

रुद्रप्रयाग के सीएमओ ने दिए जांच के आदेश

वहीं रुद्रप्रयाग जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीके शुक्ला ने कहा कि अत्यधिक रक्त बह जाने की वजह से अस्पताल के बिस्तर पर तड़के तीन बजे युवती की मौत हो गई। सुबह पांच बजे शौचालय में उसके नवजात बच्चे का शव पाया गया। शुक्ला ने कहा कि घटना की विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। बता दें कि यह मामला सामने आते ही जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया। पुलिस इसकी जांच कर रही है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बच्चा मृत पैदा हुआ या पैदा होने के बाद उसकी मौत हुई। कोतवाल जयपाल नेगी ने कहा है कि हम मामले की जांच कर रहे हैं।

अहम सवाल

नाबालिग को कमजोरी और बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराए जाते वक्त होने वाली जांच में डॉक्टरों को उसके गर्भवती होने का पता न चलना अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है। क्या यह चिकित्सकीय लापरवाही की ओर भी इशारा नहीं करता?

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