Kanpur News: समाजवादी इत्र कारोबारी के एक साथ कई ठिकानों पर पड़े छापे, बरामदगी गिनने के लिए मंगानी पड़ी मशीनें

टीम ने कारोबारी प्रवीण जैन के शहर स्थित आनंदपुरी घर पर भी छापेमारी की है। गौरतलब है कि पिछले महीने हुआ समाजवादी इत्र लांचिंग कार्यकर्म में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल हुए थे...

Update: 2021-12-24 04:08 GMT

(समाजवादी इत्र कारोबारी के यहां छापेमारी में भारी बरामदगी)

Kanpur News: अहमदाबाद से कानपुर पहुँची जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की टीम कर चोरी की आशंका में इत्र कारोबारी पियूष जैन के घर, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज व पेट्रोल पंप पर छापा मारा। यह कार्रवाई कानपुर, कन्नौज, गुजरात व मुंबई स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ की गई। बता दें कि पियूष जैन ने एक महीने पहले ही समाजवादी इत्र लांच किया था। इस छापेमारी में अधिकारियों ने मौके से 150 करोड़ की नकदी जब्त की है। 

सबूतों की मानो तो टीम के हाथ करोड़ो रूपये की कर चोरी केे सुबूत हाथ लगे हैं। मुखौटा कंपनियों के जरिए 100 करोड़ रूपये से अधिक का लोन लेने की बात भी सामने आई है। इसके अलावा टीम ने कारोबारी प्रवीण जैन के शहर स्थित आनंदपुरी घर पर भी छापेमारी की है। गौरतलब है कि पिछले महीने हुआ समाजवादी इत्र लांचिंग कार्यकर्म में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल हुए थे।

कौन हैं कारोबारी जैन बंधु? 

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इत्र कारोबारी पियूष जैन मुलरूप से कन्नौज के छिपट्टी के रहने वाले हैं। वर्तमान समय वह जूही के आनंदपुरी में रहते हैं। वप सपा के करीबी नेताओं में से एक हैं। पियूष व उसके बड़े भाई अमरीष जैन कन्नौज में कंपाउंड किंग के नाम से मशहूर हैं। दोनो भाईयों ने खुद ही मेहनत कर पढ़ाई की जिसके बाद अपना कारोबार शुरू किया। यह लोग पहले गुटका कंपनियों को कच्चा माल भेजते थे। फिर इत्र के कारोबार में आ गये। दोनो भाई अब 40 से अधिक कंपनियों के मालिक हैं। 

'बिग बाजार' था ऑपरेशन का नाम 

यह पूरी कार्रवाई इतनी गोपनीय रही की डीजीजीआई के स्थानीय अफसरों तक को सटीक भनक नहीं मिल सकी। सूत्रों के मुताबिक अहमदाबाद की टाम ने शहर के दो अफसरों को बताया कि एक ऑपरेशन के लिए 'बिग बाजार' चलाना है। जिसपर अफसरों ने कहा कि यहां कई बिग बाजार हैं..कहां चलना है? इस गोपनीय छापोमारी में एक सीलबंद लिफाफा अधिकारियों को थमाया गया, जिसमें कार्रवाई को लेकर दिशानिर्देश दिए गये थे। 

बरामदगी पर हां छापे पर न 

इत्र कारोबारी के घर बड़ी मात्रा में कैश बरामद होने पर आईटी को सूचना दी गई। क्योंकि नियमानुसार आयकर विभाग ही इतनी बड़ी रकम को गिनकर सीज कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक नकदी दे हजार, पांच सौ और सौ के नोटों के रूप में मिली है। सूचना पाते ही स्थानीय विभागों की सात सदस्यीय टीम मौके पर पहुँची। जिसमें शामिल अफसरों ने रकम गिनवाकर बैंक भेज दी। एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने छापे और बरामदगी की पुष्टी तो की पर कुछ ही देर बाद छापे से विभाग का कोई संबंध न होने की बात भी कह दी।

सूतेरों के मुताबिक प्रवीण जैन के यहां टीम को सुपाड़ी व इत्र की सप्लाई से जुड़े 200 से अधिक फर्जी इन्वाइस और ई-वे बिल मिले। इनमें पियूष के साथ मिलकर जीएसटी चोरी की बात भी सामने आई है। इसके बाद टीम ने पियूष के आनंदपुरी घर के बाहर डेरा डाल दिया। इससे पहले टीम ने शिखर पान मसाला फैक्ट्री में छापा मारा था। यहां बरामद दस्तावेजों के आधार पर टाम ने ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन को जांच के दायरे में लेकर यह छापेमारी की है। 

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