Sambhal News : थाने में तैनात कांस्टेबल लगातार 56 दिन से गायब, भाई ने दर्ज कराई गुमशुदगी
Sambhal News : 8 मार्च 2022 को थाने में बगैर सूचना दिए बगैर ही गायब होने पर पूर्व थाना प्रभारी रामवीर सिंह के द्वारा लगभग 10 तारीख को ही सिपाही के गायब होने की सूचना उच्च अधिकारियों को अवगत करा दी गई थी....
Sambhal News : उत्तर प्रदेश के संभल के थाना कोतवाली गुन्नौर (Gunnour) में तैनात सिपाही शक्ति गुलिया (Constable Shakti Guliya) थाने में सूचना दिए बगैर गायब हो गया है। 56 दिन से लगातार गायब रहने के उपरांत घर ना पहुंचने पर परिजनों ने मंगलवार को गुन्नौर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है।
कांस्टेबल शक्ति गुलिया के लगातार गायब रहने पर इस संबंध में पूर्व थाना प्रभारी रामवीर सिंह के द्वारा इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया था।
गुन्नौर थाने में तैनात कांस्टेबल शक्ति गुलिया पुत्र नरेश कुमार आववाली मजरा इहिया थाना झिंझाना जनपद शामली का मूल निवासी था। कांस्टेबल शक्ति गुलिया ने 29 मई 2021 को गुन्नौर थाने में अपनी आमद कराई थी।
वहीं अचानक से 8 मार्च 2022 को थाने में बगैर सूचना दिए बगैर ही गायब होने पर पूर्व थाना प्रभारी रामवीर सिंह के द्वारा लगभग 10 तारीख को ही सिपाही के गायब होने की सूचना उच्च अधिकारियों को अवगत करा दी गई थी।
वही 56 दिन से लगातार गायब चल रहे कांस्टेबल का फोन लगातार स्विच ऑफ आने को लेकर परिवार के लोगों में घबराहट पैदा हो गई। इसी को लेकर को लेकर मंगलवार को परिजनों ने गुन्नौर थाने में पहुंचकर शक्ति गुलिया के गायब होने की जानकारी की। सिपाही के तहेरे भाई दीपक कुमार पुत्र सुरेश कुमार ने गुन्नौर कोतवाली में भाई के गायब होने की गुमशुदगी दर्ज कराई है।
इस संबंध में गुन्नौर थाना प्रभारी वीरेंद्र पाल पूनिया ने बताया कांस्टेबल भाई के द्वारा पता चला है कि 8 मार्च 2021 से गायब कांस्टेबल शक्ति पुलिया पहले भी इसी तरह कैसे गायब होने के बाद राजस्थान ओम शांति सत्संग मैं रहा था कांस्टेबल शक्ति पुलिया आध्यात्मिक व्यक्तित्व का व्यक्ति है । तेरे भाई दीपक कुमार की तहरीर के आधार पर गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है अभी तक कहीं भी कोई भी अप्रिय घटना घटने की आशंका नहीं है।
(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू-ब-रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।
हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है।
लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है। सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)