Sanjay Pugalia : मोदी-शाह के खिलाफ लिखने वाले पत्रकार संजय पुगलिया अब अडानी के चाकर बनकर करेंगे पाप मोचन

Sanjay Pugalia: पुगलिया अबतक 'दि क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर के रूप में अंबानी और अडानी के खिलाफ लिखते रहे हैं ....

Update: 2021-09-19 10:22 GMT

(वरिष्ठ पत्रकार संजय पुगालिया ने जॉइन किया अडानी एंटरप्राइजेज)

वरिष्ठ पत्रकार दिनकर कुमार की रिपोर्ट

Sanjay Pugalia जनज्वार। पिछले सात सालों के मोदी राज (Modi Govt Rule) ने जिस तरह लोकतंत्र (Democracy) के वजूद को ही खतरे में डाल दिया है उसी तरह पत्रकारिता (Journalism) को भी फूहड़ तमाशे में तब्दील कर रख दिया है। कपड़े की तरह दल बदलने वाले नेताओं के लिए जिस तरह विचारधारा और नैतिकता कोई मायने नहीं रखती, उसी तरह पत्रकारों (Journalist) को भी हम आए दिन मुखौटे बदलते हुए देख सकते हैं। ऐसे गड्डमड्ड समय में कहा नहीं जा सकता कि कब कौन सा पत्रकार या बुद्धिजीवी दमनकारी सत्ता की आलोचना करते-करते अचानक सत्ता के सामने दुम हिलाना शुरू कर दे।

ताजा उदाहरण संजय पुगलिया (Sanjay Pugalia) का है। पुगलिया अब तक 'दि क्विंट' (The Quint) के एडिटोरियल डायरेक्टर के रूप में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) के खिलाफ लिखते रहे हैं और अडानी को मोदी का करीबी बताते हुए उनकी आलोचना करते रहे हैं। अडानी की संपत्ति में वृद्धि के लिए मोदी सरकार पर उनका समर्थन करने के आरोप लगाते रहे हैं। अब 'दि क्विंट' के एडिटोरियल डायरेक्टर ने ही अडानी का रुख कर लिया है। पुगलिया अब प्रणव अडानी (Pranav Adani) को रिपोर्ट करेंगे, जो गौतम अडानी के छोटे भाई विनोद अडानी के बेटे हैं।

प्रख्यात पत्रकार संजय पुगलिया, जिन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में क्विंट डिजिटल मीडिया लिमिटेड (Quint Digital Media Ltd.) के अध्यक्ष के पद को छोड़ दिया, को अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने समूह की मीडिया संबंधी पहलों का नेतृत्व करने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रधान संपादक के रूप में नियुक्त किया है।

कंपनी द्वारा एक आंतरिक परिपत्र में नियुक्ति की घोषणा की गई। एक अनुभवी राजनीतिक और व्यावसायिक पत्रकार, पुगलिया क्विंट में शामिल होने से पहले टीवी18 (TV 18) और सीएनबीसी के हिंदी भाषा व्यापार समाचार चैनल सीएनबीसी आवाज (CNBC Awaz) के प्रधान संपादक थे।


अपने 25 साल के करियर में पुगलिया ने प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया दोनों के साथ काम किया है। उन्होंने टाइम्स ग्रुप के हिंदी अखबार नवभारत टाइम्स और बाद में बिजनेस स्टैंडर्ड में काम किया है। न्यूज चैनलों में पुगलिया ने स्टार न्यूज, जी न्यूज और आजतक के साथ काम किया है।

संजय पुगलिया की नियुक्ति की घोषणा करते हुए अदानी समूह ने कहा कि वह एक प्रसिद्ध राजनीतिक और व्यावसायिक पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल, टेलीविजन और प्रिंट मीडिया में व्यापक अनुभव है। "हम अदानी समूह के विविध व्यवसायों में और राष्ट्र निर्माण की पहल में मीडिया, संचार और ब्रांडिंग में संजय के व्यापक अनुभव का लाभ उठाने के लिए तत्पर हैं।"

पुगलिया प्रणव अडानी को रिपोर्ट करेंगे और सुदीप्त भट्टाचार्य के साथ मिलकर काम करेंगे। प्रणव अडानी, प्रबंध निदेशक (कृषि, तेल और गैस) और अदानी एंटरप्राइजेज के निदेशक हैं, जो अदानी समूह के इन-हाउस इनक्यूबेटर हैं।

इस तरह खुद को निष्पक्ष और निर्भीक मानने वाले एक पत्रकार ने मोदी सरकार के दो प्रमुख आकाओं में से एक के सामने आत्मसमर्पण कर संदेश दे दिया है कि मोदी राज में मीडिया से जुड़े लोग आसानी से अपना ईमान बेचने के लिए तैयार हैं। पिछले दिनों दैनिक भास्कर का उदाहरण हमारे सामने आ चुका है जो खुद को निष्पक्ष दर्शाने के लिए कोरोना के मोर्चे पर मोदी सरकार की नाकामी की खबरें छापता रहा। फिर मोदी सरकार ने ब्रह्मास्त्र का उपयोग कर उसके ऊपर छापा डालते हुए उसके टेंटुए को ऐसा दबाया कि अब वह मोदी भक्ति के सिवा दूसरी कोई खबर प्रकाशित ही नहीं करता।

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