Sanjay Raut : कोर्ट से एक विशेष विचारधारा को ही मिल रही राहत, संजय राउत ने न्यायपालिका पर बोला हमला

Sanjay Raut : दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को राहत देने की याचिका खारिज कर दी, इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुझे भी ऐसा ही अंजाम भुगतना होगा, केवल विशेष विचारधारा वाले लोगों को राहत मिल रही है....

Update: 2022-04-22 14:17 GMT

Sanjay Raut News : शिवसेना सांसद संजय राउत को ​बड़ी राहत, पात्रा चॉल घोटाले में मिली पीएमएलए कोर्ट ने दी जमानत

Sanjay Raut : शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने शुक्रवार को न्यायपालिका पर हमला बोलते हुए कहा कि अदालत (Court) का सभी को राहत देने और एक विशेष विचारधारा को राहत देने में पक्षतापूर्ण दृष्टिकोण है। वहीं भाजपा नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) को कोर्ट से राहत मिलने पर पक्षतापूर्ण रवैया कहकर न्यायाधीशों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के लिए इंडियन बार एसोसिएशन ने राउत के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इसके जवाब में राउत ने कहा कि वह अपने बयान पर दृढ़ हैं और समय पर नोटिस का जवाब देंगे।

दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को राहत देने की याचिका खारिज कर दी। इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुझे भी ऐसा ही अंजाम भुगतना होगा, केवल विशेष विचारधारा वाले लोगों को राहत मिल रही है और यही इसे एक बड़ा घोटाला बनाता है। इंडियन बार काउंसिल की याचिका पर राउत ने कहा कि वह समय पर नोटिस का जवाब देंगे।

संजय राउत के खिलाफ जनहित याचिका इंडियन बार एसोसिएशन द्वारा दायर की गई थी जिसमें कहा गया कि शिवसेना नेता द्वारा बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ झूठे, निंदनीय और अवमाननापूर्ण आरोप लगाए गए हैं।

राउत ने अमरावती के राणा दंपति (निर्दलीय विधायक रवि राणा और सांसद नवनीत राणा) की भी कड़ी आलोचना की जो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मातोश्री आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए मुंबई पहुंचे हैं, उन्हें राहुत ने भाजपा के तोते करार दिया।

शिवसेना नेता संजय राउत ने एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी में राणा दंपित को बंटी और बबली की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि अगर बंटी और बबली मुंबई पहुंच गए हैं तो उन्हें आने दो हमें परवाह नहीं है। यह सब स्टंट है। ये सब फिल्मी लोग हैं। स्टंट और मार्केटिंग उनका काम है और भाजपा को ऐसे लोगों की जरूरत है। हिंदुत्व की मार्केटिंग करने की जरूरत नहीं है। हम जानते हैं कि हिंदुत्व क्या है? रामजन्मोत्सव या हनुमान चालीसा राजनीतिक स्टंट के लिए मुद्दा नहीं हैं। ये आस्था और भावना के मामले हैं लेकिन अगर वे स्टंट करना चाहते हैं तो उन्हें करने दें। अब वे सीखेंगे कि मुंबई क्या है

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