Satyendra Jain Arrest : मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल तीन कंपनियों के निदेशक थे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंन्द्र जैन, ये है गिरफ्तारी की असली वजह
Satyendra Jain Arrest : सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि साल 2010 से 2012 के दौरान इन कंपनियों ने करीब 11.78 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की। वहीं, साल 2015-16 में इन कंपनियों ने 4.63 करोड़ रुपए के हवाला ट्रांजैक्शन उस समय किए, जब सत्येंद्र जैन दिल्ली सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल थे...
Satyendra Jain Arrest : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain Arrest) उन चार में तीन कंपनियों के निदेशक थे जिनपर मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोप हैं। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में प्रर्वतन निदेशालय के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गयी हैं। आपको बता दें कि सत्येंद्र जैन को ईडी की टीम ने सोमवार 30 मई को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ही बताया गया है कि जिन चार कंपनियों बड़े पैमाने पर पैसों की हेराफेरी का आरोप लगा है, उनमें पर्यास इंफोसॉल्यूंस प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटलिम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और मगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम शामिल हैं।
सूत्रों की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया है कि दिल्ली सरकार में जनसेवक बनने से पहले वह इन कंपनियों में से तीन में खुद डायरेक्टर (निदेशक) थे, जबकि उनके परिवार के लोग चारो कंपनियों में शेयरहोल्डर थे।
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि साल 2010 से 2012 के दौरान इन कंपनियों ने करीब 11.78 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की। वहीं, साल 2015-16 में इन कंपनियों ने 4.63 करोड़ रुपए के हवाला ट्रांजैक्शन उस समय किए, जब सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain Arrest ) दिल्ली सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल थे।
सूत्रों ने यह भी कहा है कि नकद ट्रांजैक्शन दिखाने के लिए मंत्री ने अपने कर्मचारियों और सहयोगियों के जरिए कई शेल कंपनियों के कोलकाता स्थित संचालकों को नकद दिया। इसके बाद एंट्री संचालकों ने दूसरे रास्तों से पैसों को चारों कंपनियों के शेयरों में निवेश के तौर पर वापस भेज दिए।
ईडी से जुड़े सूत्रों ने यह भी बताया है कि एंट्री संचालकों से मिले पैसों का इस्तेमाल दिल्ली में 2010-11 से 2013-14 के दौरान 27.69 करोड़ रुपए की कृषि भूमि खरीदने में किया गया है।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर (Satyendra Jain Arrest) आरोप हैं कि पूर्व में उल्लेखित चारों कंपनियों का नियंत्रण सीधे तौर पर उनके पास था। आयकर विभाग की एक जांच के अनुसार, इन कंपनियों के वित्तीय लेन-देन के मुख्य लाभार्थी सत्येंद्र जैन ही थे। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि साल 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाग लेने के लिए उन्होंने इन कंपनियों के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि इसके बाद भी वह इन कपंनियों से जुड़े कामकाज में दखल देते थे।
आपको बता दें कि दिल्ली के 57 वर्षीय स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain Arrest) को ईडी ने प्रिवेंशन आॅफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट ;पीएमएलएद्ध कानून के तहत सोमवार 30 मई को गिरफ्तार किया है। इससे पहले ईडी कई बार सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर चुकी है। सत्येंद्र जैन दिल्ली सरकार में सवास्थ्य मंत्री के अलावे बिजली, गृह, लोक निर्माण विभाग ;पीडब्ल्यूडीद्ध, उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और जल मंत्री भी हैं।