SBI में सफाई कर्मचारी के रूप में की थी नौकरी की शुरुआत, अब उसी बैंक में बनीं जनरल असिस्टेंट मैनेजर, जानें प्रतीक्षा टोंडवलकर की Success Story

Pratiksha Tondwalkar : प्रतीक्षा ने अपने परिवार को सपोर्ट और अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए एसबीआई में एक स्वीपर के रूप में काम शुरू किया, इस दौरान उन्होंने अपनी डिग्री भी हासिल की और अपनी पढ़ाई जारी रखी...

Update: 2022-08-02 12:59 GMT

SBI में सफाई कर्मचारी के रूप में की थी नौकरी की शुरुआत, अब उसी बैंक में बनीं जनरल असिस्टेंट मैनेजर, जानें प्रतीक्षा टोंडवलकर की Success Story

Pratiksha Tondwalkar : पुणे की रहने वाली प्रतीक्षा टोंडवालकर सहायक महाप्रबंधक नियुक्त होने से पहले एक बैंक स्वीपर थीं। प्रतीक्षा की कहानी साबित करती है कि दृढ़ता और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। 1964 में जन्मी प्रतीक्षा के लिए यह कोई 1 दिन का चमत्कार नहीं था। उनकी सफलता दशकों के संघर्ष और परिश्रम का फल है। प्रतीक्षा की शादी महज 17 साल की उम्र में हुई थी। हालांकि उन्होंने अपने पति को 20 साल की उम्र में ही खो दिया था, जिसके बाद प्रतीक्षा के पास उचित शिक्षा की योग्यता नहीं होने के कारण उन्हें काम खोजने में काफी परेशानी हुई थी।

एसबीआई में सफाई कर्मचारी के रूप में शुरू किया काम

प्रतीक्षा ने अपने परिवार को सपोर्ट और अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए एसबीआई में एक स्वीपर के रूप में काम शुरू किया। इस दौरान उन्होंने अपनी डिग्री भी हासिल की और अपनी पढ़ाई जारी रखी। अपने समर्पण को साबित करने के बाद उन्हें बैंक में सफाई कर्मचारी से क्लर्क के रूप में पदोन्नत किया गया। हालांकि यह सिलसिला यहीं नहीं थमा, बाद में उन्हें स्केल 4, फिर सीजीएम और अंततः एजीएम में पदोन्नत किया गया। प्रतीक्षा के दृढ़ संकल्प, समर्पण और सच्चे परिश्रम के कारण भारतीय स्टेट बैंक ने भी उन्हें उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया है।

प्रतिक्षा टोंडवलकर ने मुंबई में नाइट कॉलेज में की पढ़ाई

प्रतिक्षा ने अपने पैसों की मदद से मुंबई के विक्रोली के नाइट कॉलेज में दाखिला लिया। पढ़ाई के दौरान उन्हें अपने सहकर्मियों का समर्थन मिला और 1995 में उन्होंने मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद प्रतीक्षा को बैंक में क्लर्क के पद पर पदोन्नत किया गया। प्रतीक्षा के रिटायर होने में अभी 2 वर्ष बाकी है। भले ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ उनका 37 साल का कैरियर सफल रहा लेकिन उन्हें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। प्रतीक्षा ने 2021 में एक प्राकृतिक चिकित्सा कार्यक्रम से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और रिटायर होने के बाद दूसरों की मदद करने के लिए अपनी शिक्षा का उपयोग करने की योजना बनाई है।

प्रतीक्षा टोंडवलकर की कड़ी मेहनत की हो रही है तारीफ

जिस देश में बैंकिंग पेशे में पुरुषों का दबदबा है, वहां प्रतीक्षा की कहानी असाधारण हैं महिलाएं, जो आमतौर पर समाजिक दमन का शिकार होती हैं उन्हें अपने परिवार की देखभाल करते हुए और अपने करियर में प्रगति के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। यही वजह है कि प्रतीक्षा टोंडवलकर की हर तरफ तारीफ हो रही है और उनकी कड़ी मेहनत और जज्बे को सलाम किया जा रहा है।

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