दोस्त को मैसेज भेजा-घरवालों को बता देना फिर ट्रेन के आगे कूद युवक ने कर लिया सुसाइड

नवीन घर से खेलने की बात कहकर निकला, काफी देर बाद भी जब घर नहीं लौटा तो पिता उसे कॉल करने लगे, रेल पटरी पर फोन की घंटी सुन एक चरवाहे की नजर नवीन की लाश पर पड़ी जिसने फोन उठाकर पिता को बेटे की मौत की सूचना दी..

Update: 2021-09-09 03:30 GMT

दोस्त को मैसेज भेज ट्रेन से कटकर दे दी जान, दो थानों की पुलिस उलझी सीमा विवाद में (प्रतीकात्मक तस्वीर)

धनबाद। धनबाद के बारामुड़ी खटाल के पास स्थित पालनगर के एक छात्र ने ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली। मंगलवार को मौत से पहले 20 वर्षीय छात्र नवीन कुमार ने अपने एक दोस्त को मैसेज कर यह जानकारी भी दी और घरवालों का नंबर बताते हुए एक मोबाइल नंबर पर इस बात की सूचना पहुंचाने को कहा। जानकारी के अनुसार, नवीन द्वारा दिया गया मोबाइल नंबर किसी लड़की का है। परिजनों के अनुसार, मंगलवार को नवीन घर से खेलने की बात कहकर निकला। काफी देर बाद भी जब वह घर नहीं लौटा तो नवीन के पिता उसे कॉल करने लगे। रेल पटरी पर फोन की घंटी सुनकर एक चरवाहे की नजर नवीन की लाश पर पड़ी। चरवाहे ने फोन उठाकर पिता को बेटे की मौत की सूचना दी।

मृतक नवीन कुमार के पिता रामेश्वर राम धनबाद में बिजली विभाग में कार्यरत हैं। नवीन का इसी वर्ष रांची स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन हुआ था और लॉकडाउन के कारण घर पर ऑनलाइन कक्षा करता था। नवीन का शव बरमसिया और डोकरा के बीच रेल पटरी पर पाया गया।

बेटे की मौत की खबर मिलते ही घर पर चीख पुकार मच गया। रोते-बिलखते युवक के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर वाहन यातायात की सुविधा न होने से मृतक के परिजनों को रेलवे लाइन के किनारे 5 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ा। लेकिन 6 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में नहीं लिया। शव मिलने के बाद उसे घटनास्थल से जब्त करने की बजाय पुलिस सीमा बंटवारे का खेल खेलने लगी।

दो थानों के सीमा विवाद में देर रात तक ट्रैक पर ही पड़ा रहा शव

जब रेलवे पुलिस को मामले की जानकारी दी गई तो रेल पुलिय और आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे। लेकिन रेलवे पुलिस ने मामले को धनसार थाना क्षेत्र का बताते हुए अपने पैर पीछे खींच लिए। फिर धनसार थाना को बताया गया पर वो लोग भी मामले को धनबाद थाना क्षेत्र का बता कर अपना पल्ला झाड़ने लगी।

मृतक के परिजन शव को ले जाने की करते रहे विनती

मृतक के परिजनों ने घंटो तक वरीय पुलिस अधिकारियों से मिन्नतें करते रहे पर कुछ समाधान नहीं निकल पा रहा था। मृतक के परिजन कभी धनबाद थाना के आधिकारियों से तो कभी रेलवे पुलिस से जल्द कर्रवाई की गुहार लगाते रहे पर किसी ने पहल नहीं की। थाना क्षेत्र के सीमा विवाद में रात के 11 बज गए, लेकिन कोई हल नहीं निकला। कई घंटे के मान-मनव्वल के बाद रात के करीब 11 बजे शव को रेल ट्रैक से उठाकर पोस्टमार्मट के लिए भेजा गया। पुलिस आत्महत्या के कारणोंका पता लगाने में जुट गई है। साथ में इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि नवीन ने दोस्त को जिसका नंबर दियी था उसका यूजर कौन है।

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