सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने से 1000 करोड़ का नुकसान, कोरोना नहीं इन दो वैक्सीन का उत्पादन होगा प्रभावित
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज सीरम इंस्टीट्यूट का जायजा लिया और कहा कि मामले की जांच चल रही है और उससे पहले किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता है...
जनज्वार। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के के पुणे के मंजरी स्थित संयंत्र में गुरुवार (21 जनवरी 2021) को आग लगने से 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और इस हादसे से कंपनी के कोरोना को छोड़ कर कुछ दूसरे वैक्सीन का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है।
सीरम इंस्टीट्यूट के मालिक व सीइओ अदार पूनावाला ने शुक्रवार (22-01-2021) को कहा कि आग लगने की घटना से कंपनी को 1000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इससे कोविड19 के वैक्सीन कोविशिल्ड के उत्पादन पर असर नहीं पड़ेगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व मंत्री आदित्य ठाकरे द्वारा आज पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट के प्लांट का जायजा लिए जाने के बाद पूनवाला ने कहा कि इस कोविशिल्ड की आपूर्ति प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उस जगह पर वैक्सीन का निर्माण नहीं किया जा रहा था।
अदार पूनावाला ने कहा कि कोविशिल्ड वैक्सीन के उत्पादन और मौजूदा स्टाॅक पर आगलगी की घटना का प्रभाव नहीं पड़ा है। सीरम इंस्टीट्यूट ने एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा कि इस हादसे के कारण भविष्य में बीसीजी व रोटा वैक्सीन के उत्पादन पर असर पड़ेगा।
वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि खबर मिली कि सीरम इंस्टीट्यूट में आग लग गयी है लेकिन सौभाग्य से जिस स्थान पर टीका का निर्माण व भंडारण किया जाता है, वह प्रभावित नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अदार व साइरस पूनावाला ने उन्हें बताया कि दुर्घटनास्थल से दूर वैक्सीन का निर्माण किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पूछताछ की जा रही है और जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती है तब तक इस बारे में कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है।
आग लगने से पांच लोगों की हुई थी मौत
सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल नंबर वन के पास स्थित बिल्डिंग में गुरुवार (21 जनवरी 2021) को आग लग गयी थी और वह कई माले में फैल गयी। जिस जगह आग लगी थी वहां पर निर्माण कार्य व वेल्डिंग का काम चल रहा था। शुरुआती तौर पर यह बताया गया कि अगलगी की घटना वेल्डिंग के कारण हुई होगी, हालांकि पक्के तौर पर इस बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है। इस दुर्घटना में पांच मजदूरों की जलकर मौत हो गयी थी। इस हादसे के बाद लोग कोरोना वैक्सीन के उत्पादन व आपूर्ति को लेकर चिंतित थे, जिसको लेकर कंपनी ने आशंकाएं समाप्त की है। कंपनी ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक व हर तरह की मदद देने का भी ऐलान किया है।