भारत की तालिबान से बातचीत पर बरकरार सस्पेंस के बीच दिग्विजय पर हमलावर हुए शिवराज
खबर है कि भारतीय अधिकारियों का खामोशी से एक दौरा कतर की राजधानी दोहा में हुआ है जहां अधिकारियों ने तालिबान के नेताओं से मुलाकात की है, अब इस मामले को लेकर देश में सियासत गरमा रही है...
जनज्वार डेस्क। यूं तो भारत तालिबान से बातचीत का हमेशा से विरोध करता रहा है। लेकिन खबर है कि भारत के अधिकारियों ने गुपचुप तरीके से तालिबानी नेताओं से मुलाकात की है। हालांकि सरकार की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गयी है। लेकिन इस मामले को लेकर जहां वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाये, वहीं मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें खरी खोटी सुनाते हुए उनके दिमाग को तालिबानी बताया।
भारतीय अधिकारियों की तालिबानी नेताओं से गुपचुप मुलाकात !
कहा जाता है कि राजनीति और कूटनीति में ना कोई स्थायी दुश्मन होता है ना दोस्त। तो ऐसे में इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि भारत, तालिबान से बातचीत कर सकता है। एक अंग्रेजी अखबार के हवाले से खबर है कि भारत के अधिकारियों ने तालिबानी नेताओं से मुलाकात की औऱ तालिबान के साथ बातचीत भी की है।
अखबार के अनुसार, कतर के विशेष दूत का दावा है कि भारतीय अधिकारियों ने तालिबान के नेताओं से मुलाकात के लिए गुपचुप तरीके से दोहा का दौरा किया है। कतर के आतंकनिरोधी और टकरावों में मध्यस्थता की भूमिका अदा करने वाले विशेष दूत मुतलाक बिन मजीद अल कहतानी ने एक वेब कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय अधिकारियों ने दोहा में तालिबान प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
वेब क़ॉन्फ़्रेंस में पूछे एक सवाल के जवाब में क़हतानी ने कहा, भारत की इस बातचीत की पीछे का तर्क यही है कि भविष्य में तालिबान अफ़ग़ानिस्तान में अहम भूमिका अदा करने वाला है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन आ जाएगा। हां इतना जरूर है कि भविष्य में तालिबान की अफगानिस्तान की अहम भूमिका होगी। यही कारण है कि हर पक्ष बातचीत को तैयार दिख रहा है।
हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने क़हतानी के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने ये भी नहीं बताया कि अगर बातचीत हो भी रही है तो किस स्तर की बात हुई है। उल्लेखनीय है कि ये बातें तब सामने आ रही हैं जब बीते दो हफ़्तों में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर क़तर में नेताओं से मुलाक़ात के लिए दो दौरे कर चुके हैं।
पूर्व सीएम ने उठाये सवाल
तालिबान के नेताओं से भारतीय अधिकारियों की बातचीत के खबर पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सवाल खड़े किये हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा कि यह बहुत ही गंभीर विषय है। भारत सरकार को इस विषय पर तत्काल वक्तव्य देना चाहिए। क्या BJP IT Cell इसको संज्ञान में लेकर राष्ट्र द्रोह की श्रेणी में लेगा?
शिवराज ने किया पलटवार
दिग्विजय सिंह के सवालों पर भाजपा हमलावर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता के सवाल पर उन्हें ही खरी खोटी सुनाई। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह की मानसिकता तालिबानी है।