Shraddha Murder Case : श्रद्धा के पिता की गुहार, बेटी की हत्या के बाद मेरी मनोदशा क्या है, नहीं बता सकता, आफताब को मिले कड़ी सजा

shraddha murder case : श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने कहा कि मेरी बेटी की जिस बर्बर तरीके से आफताब ने हत्या की, उसकी उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।

Update: 2022-12-09 08:45 GMT

Shraddha Murder Case: श्रद्धा के पिता की गुहार, बेटी की हत्या के बाद मेरी मनोदशा क्या है, नहीं बता सकता, आफताब को मिले कड़ी सजा

Shraddha murder case : महाराष्ट्र के पालघर निवासी श्रद्धा वालकर ( Shraddha Walkar ) के पिता विकास वालकर ( Vikas Walkar ) आज प्रदेश के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadanvis ) से मिले। इस दौरान ​भाजपा नेता किरीट सोमैया व अन्य नेता भी मौके पर मौजूद थे। फडणवीस से मुलाकात के बाद श्रद्धा वालकर के पिता विकास वालकर ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि आफबात द्वारा मेरी बेटी की हत्या के बाद से मैं टूट चुका हूं।

उन्होंने कहा ​कि बेटी यानि श्रद्धा वालकर की हत्या ( Shraddha murder Case ) से मेरी मनोदशा क्या है, ये मैं नहीं बता सकता। उन्होंने कहा ​कि श्रद्धा की जिस बर्बर तरीके से आफताब ने हत्या की, उसकी उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए। विकास वालकर ने कहा कि हमें न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। आफताब को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।

कुछ देर पहले ही साकेत कोर्ट ने बढ़ाई थी आफताब की कस्टडी

श्रद्धा के पिता विकास वालकर की शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस से कुछ देर पहले आफताब की कोर्ट में पेशकर जांच अधिकारियों ने कोर्ट को बताया था कि पहले आफताब को फिजिकली कोर्ट में पेश किया जाना चाहिए था, लेकिन सुरक्षा कारणों से फैसला बदल दिया गया। दरअसल, 28 नवंबर को आफताब का रोहिणी के एफएसएल में पॉलीग्राफ टेस्ट हो रहा था जिसके बाद पुलिस टीम उसे लेकर वापस जा रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस वैन पर हमला कर दिया था। पुलिस वैन में आफताब के साथ एक सब-इंस्पेक्टर और चार पुलिसकर्मी सहित 5 पुलिसकर्मी मौजूद थे। सुनवाई के बाद साकेत कोर्ट ने आज आफताब पूनावाला की कस्टडी 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है।

18 मई को आफताब ने की थी श्रद्धा की हत्या

बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर निवासी 28 वर्षीय आफताब पर मई में दिल्ली के महरौली में एक अपार्टमेंट में श्रद्धा वालकर की हत्या करने का आरोप है। हत्या करने के बाद उसने श्रद्धा के 35 टुकड़े किए और शहर के कई हिस्सों में उन्हें फेंकता रहा। आफताब के वकील का कहना है कि उसने कोर्ट में जुर्म कबूल नहीं किया है। नार्को-एनालिसिस टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान भी आफताब का व्यवहार शांत और स्थिर था। आफताब को हत्या के लिए कोई पछतावा नहीं था। आफताब अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक वो दो अन्य कैदियों के साथ सेल में रहता है और अक्सर शतरंज का खेल खेलता है।

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