Singhu Border कत्ल कांड का मास्टरमाइंड निहंग सिंह का निकला BJP-RSS कनेक्शन, भाजपा नेताओं से करता रहा मुलाकातें

Singhu Border Murder Case : जो तस्वीर वायरल हो रही है उसमें सिंघु बार्डर कत्ल कांड के आरोपी निहंग सिंह के साथ देश के कृषि मंत्री, कृषि राज्य मंत्री और पंजाब के संघी नेता सुखमिंदर पाल सिंह गिरेवाल नजर आ रहे हैं।

Update: 2021-10-19 07:55 GMT

(निहंग सिंह के साथ भाजपा-आरएसएस के नेताओं की सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें)

जनज्वार डेस्क। भाजपा-आरएसएस (BJP-RSS) ने लोकतंत्र को माफियातंत्र में तब्दील कर दिया है। साम-दाम-दंड-भेद का इस्तेमाल करने पर भी उसे किसान आंदोलन (Farmers Movement) को कुचलने में कामयाबी नहीं मिली है तो उसने आपराधिक कृत्यों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर सिंघु बार्डर कत्ल कांड के मास्टर माइंड निहंग सिंह की भाजपा नेताओं के साथ तस्वीर वाइरल हो रही है जो भाजपा-संघ की साजिश की तरफ साफ इशारा कर रही है।

जो तस्वीर वाइरल हो रही है उसमें सिंघु बार्डर (Singhu Border) कत्ल कांड के आरोपी निहंग सिंह के साथ देश के कृषि मंत्री, कृषि राज्य मंत्री और पंजाब के संघी नेता सुखमिंदर पाल सिंह गिरेवाल (Sukhminder Pal Singh Girewal) नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर विक्रमजीत सिंह ने लिखा है- कृषि का आंदोलन है और फोटो भी दोनों कृषि मंत्री के साथ- यह महज संयोग नहीं हो सकता।

भारत में हक और सच के लिए हर उठती आवाज को दबाने की साजिश है सिंघु बार्डर की घटना। बच सकते हो तो बच लो सिखों और साजिश को समझो। यही इन लोगों ने 26 जनवरी को अपने प्यादे दीप सिद्धू को लाल किले पर भेजकर करवाया था और बदनाम पूरी सिख कौम को किया। आंदोलन को खत्म करने के लिए इन गुजरातियों द्वारा आगे भी ये षड्यंत्र किए जाएंगे। फिर कहूंगा बच सको तो बचो। धर्म की आड़ में खेल रहे हैं आपसे।

विकास डायल नामक यूजर ने लिखा है- 'लखीमपुर को ढक दिया गया है।

दूसरी तरफ दैनिक ट्रिब्यून ने इस प्रसंग को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें बताया है कि बाबा अमन सिंह, जो निहंग संप्रदायों में से एक और कनाडा के ओंटारियो में स्थित एक सिख समूह के प्रमुख हैं, की सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को समाप्त करने के लिए पर्दे के पीछे के प्रयासों में भूमिका हो सकती है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय कृषि मंत्री एनएस तोमर, बर्खास्त सिपाही और हत्या के दोषी गुरमीत 'पिंकी' और भाजपा किसान मोर्चा के सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल ने जुलाई के अंत में नई दिल्ली में कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के बंगले पर मुलाकात की थी।

"हमने पंजाब में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले कृषि आंदोलन का सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए बैठकें की हैं। ऐसी ही एक बैठक में बाबा अमन सिंह शामिल हुए। वह भी चाहते थे कि इस मुद्दे को सुलझाया जाए। ओंटारियो सिख और गुरुद्वारा परिषद हमारे प्रयास में हमारी मदद कर रही है," ग्रेवाल ने फोन पर द ट्रिब्यून को बताया।

बैठक में अपनी उपस्थिति की पुष्टि करते हुए गुरमीत 'पिंकी' ने कहा कि वह निहंग बाबा को उनके सेंट्रल जेल, पटियाला में गुजारे दिनों से जानते हैं। कृषि मंत्री से जुड़े स्टाफ के दो सदस्यों (जिनसे सीधे संपर्क नहीं हो सका) ने कहा कि निहंग नेता किसानों के साथ हुई बातचीत का "हिस्सा नहीं" थे। चौधरी ने ट्रिब्यून के कॉल या मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया। बाबा अमन सिंह ने बैठक के संबंध में प्रश्नों को खारिज करते हुए कहा कि वह हर दिन विभिन्न नेताओं से मिलते हैं।

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