Sitamarhi News : पोस्ट ऑफिस में सामने आया करोड़ों का गबन, जांच के बाद 2 अधिकारी सस्पेंड

Sitamarhi News : बिहार के सीतामढ़ी जिले के परिहार के उप डाकघर कर्मियों ने बड़ा घोटाला किया है, घोटाले का एक मामला उजागर होने के बाद अब धीरे धीरे अन्य ग्राहक जागरूक होकर अपने पासबुक की जांच करा रहे हैं...

Update: 2022-08-24 08:18 GMT

Sitamarhi News : पोस्ट ऑफिस में सामने आया करोड़ों का गबन, जांच के बाद 2 अधिकारी सस्पेंड

Sitamarhi News : बिहार के सीतामढ़ी जिले के परिहार के उप डाकघर कर्मियों ने बड़ा घोटाला किया है। घोटाले की रकम अभी तो लाखों में सामने आई है लेकिन इसे करोड़ों में बताया जा रहा है। बता दें कि डाक अधीक्षक के निर्देश पर पूर्वी अनुमंडल के डाक निरीक्षक मिथिलेश कुमार इस घोटाले की जांच कर रहे हैं। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, घोटाले की राशि भी बढ़ती जा रही है। जिन खाताधारकों की शिकायत पर जांच की गई है, वह शत-प्रतिशत सच निकली है। फिलहाल एक ग्राहक की शिकायत के आधार पर चार कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और दो को निलंबित किया गया है। पूरे मामले के लिए अन्य कर्मियों के साथ मुख्य रूप से निलंबित कर्मी मो. शमसुल को दोषी बताया है।

जागरूक होकर लोग करवा रहे हैं पासबुक की जांच

घोटाले का एक मामला उजागर होने के बाद अब धीरे धीरे अन्य ग्राहक जागरूक होकर अपने पासबुक की जांच करा रहे हैं। यहां के डाक कर्मियों ने किसी की पूरी राशि तो किसी की अधिकांश जमा राशि हजम कर ली है। इन कर्मियों ने कंप्यूटर /पंजी में जमा में कम राशि का उल्लेख किया, जबकि ग्राहक को दिए गए पासबुक में ओवर राइटिंग कर पूरी राशि का उल्लेख कर दिया है। जिन चार कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, वे एक ग्राहक के सात लाख रुपये में से एक लाख जमा कर छह लाख गबन कर लिए थे, जबकि पासबुक पर हाथ से जमा सात लाख रुपये का उल्लेख कर दिया गया था।

इन लोगों के साथ भी की गई धोखाधड़ी

परिहार के सोनापट्टी के मो. नसीम ने वर्ष 2017 में पांच वर्षों के लिए एक-एक लाख रुपये दो बार में फिक्स किया था। इसके आलावा वर्ष 2020 में 50-50 हजार रुपये एक वर्ष के लिए फिक्स एवं डेली जमा योजना के तहत 1.44 लाख रुपये जमा किया था। मो. राजा व मो. नन्हे ने भी 25- 25 हजार फिक्स एवं चालू खाते में 90 हजार रुपये जमा किए थे। तीनों पिता-पुत्र हैं. तीनों के पासबुक में ओवरराइटिंग है। तीनों ने बताया कि उक्त राशि का डाक घर में कोई रिकार्ड ही नही है। उनका कहना है कि पिछले दिनों कर्मियों ने केवाईसी के लिए पासबुक लिया था, जिसे अबतक नहीं लौटाया है। सोनापट्टी के ही मो. रहमान नदाफ हैं। उनका खाता - 3697875760 है। उन्होंने पांच जुलाई 2017 को एक लाख रुपये पांच वर्षों के लिए फिक्स किया था। बताया कि डाकघर में जानकारी पर पता चला है कि उनकी जमा राशि का कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं है।

ऐसे कर दिया 6 लाख रुपए का गबन

प्राथमिकी के मुताबिक सीतामढ़ी के परिहार थाना क्षेत्र के गोनाही गांव की रैमुन खातून ने एक वर्षीय सावधि खाता खोलने के लिए ग्रामीण डाक सेवक शमसुल होदा को छह लाख रुपये दिए। मो. होदा ने उक्त राशि एसबी फॉर्म - 103 पर लिया गया, जो विभागीय निर्देश के विपरीत था।उन्होंने अभिकर्ता कृति कुमारी को उक्त राशि में से मात्र एक लाख रूपया एवं खाता खोलने वाला फॉर्म दिया। अभिकर्ता कृति कुमारी ने फार्म को भरकर डाकघर के काउंटर पर जमा कर दिए। काउंटर पर मौजूद डाक सहायक ने रैमुन खातून के नाम से एक लाख का सावधि खाता खोल दिया। नियमानुसार, पर्यवेक्षक के सत्यापन के बाद उक्त महिला खाताधारी को प्रिंटेड पासबुक सौंप दिया गया।

जांच में हुआ पूरे मामले का खुलासा

पासबुक पर एक लाख की राशि को ओवरराइटिंग कर सात लाख बना दिया गया। खाताधारी की शिकायत पर डाक अधीक्षक ने मामले की जांच कराई। जांच में पाया गया कि उक्त चारों कर्मियों ने मिलकर साजिश के तहत छह लाख रूपये का गबन कर लिया है। प्राथमिकी के आवेदन में डाक निरीक्षक कुमार ने कहा है कि मामले की विभागीय जांच चल रही है। गबन की राशि एवं गबन करने वाले कर्मियों की संख्या बढ़ सकती है। परिहार प्रखंड मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर झपहां गांव है। शमसुल होदा इसी गांव का है।

बताया गया है कि पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड यही कर्मी है। अधिकांश ग्राहक इसी कर्मी के झांसे में आकर राशि जमा कराए थे। ग्राहकों को शिकायत करने से रोक रहे। डाक निरीक्षक का कहना है कि एक ग्राहक कर्मियों को दो लाख रुपये जमा करने को दिए थे, लेकिन डाक घर के रिकार्ड में मात्र दो हजार ही जमा किया गया और पासबुक पर ओवरराइटिंग कर दो लाख कर दिया गया था। इसी तरह के अन्य भी मामले है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परिहार के सोनापट्टी के मो. नसीम ने वर्ष 2017 में पांच वर्षों के लिए एक-एक लाख रुपये दो बार में फिक्स किया था।

इसके आलावा वर्ष 2020 में 50-50 हजार रुपये एक वर्ष के लिए फिक्स एवं डेली जमा योजना के तहत 1.44 लाख रुपये जमा किया था। मो. राजा व मो. नन्हे ने भी 25- 25 हजार फिक्स एवं चालू खाते में 90 हजार रुपये जमा किए थे। तीनों पिता-पुत्र हैं। तीनों के पासबुक में ओवरराइटिंग है। तीनों ने बताया कि उक्त राशि का डाक घर में कोई रिकार्ड ही नही है। उसका कहना है कि पिछले दिनों कर्मियों ने केवाईसी के लिए पासबुक लिया था, जिसे अबतक नहीं लौटाया है। सोनापट्टी के ही मो. रहमान नदाफ हैं। उनका खाता - 3697875760 है। उन्होंने पांच जुलाई 2017 को एक लाख रुपये पांच वर्षों के लिए फिक्स किया था। बताया कि डाकघर में जानकारी पर पता चला है कि उनकी जमा राशि का कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। ऐसे ही बहुत से लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। 

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