Sonu Sood : लगातार तीसरे दिन सोनू सूद के ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा

Income Tax Department Raid : पहले और दूसरे दिन आयकर विभाग की टीमों ने सोनू सूद के घर और दफ्तरों का 'सर्वे' किया था। पहले दिन 12 घंटे से ज्यादा सोनू सूद के छह ठिकानों पर सर्वे चला था। अबतक आयकर विभाग ने यह जानकारी साझा नहीं की है कि उन्होंने इस सर्वे में क्या हासिल किया है....

Update: 2021-09-17 12:39 GMT

जनज्वार। बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) के ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax Department) ने लगातार तीसरे दिन भी छापेमारी की है। तीसरे दिन आयकर विभाग ने उनके मुंबई, नागपुर और जयपुर में कई संपत्तियों और परिसरों का 'सर्वे' किया। आयकर विभाग की ओर से मुंबई और लखनऊ में कम से कम छह जगहों पर 'सर्वे' (Survey) किया गया। खबरों के मुताबिक आयकर अधिकारी सोनू सूद के अकाउंटेंट से कुछ डिटेल हासिल करने का इंतजार कर रहे हैं। जिन स्थानों पर सर्वे किया गया उनमें से एक एनजीओ भी जुड़ा हुआ था। 

पहले और दूसरे दिन आयकर विभाग की टीमों ने सोनू सूद के घर और दफ्तरों का 'सर्वे' किया था। पहले दिन 12 घंटे से ज्यादा सोनू सूद के छह ठिकानों पर सर्वे चला था। अबतक आयकर विभाग ने यह जानकारी साझा नहीं की है कि उन्होंने इस सर्वे में क्या हासिल किया है। 

बता दें कोरोना महामारी के दौरान जब सरकार ने अचानक लॉकडाउन किया था तो बड़ी संख्या मजदूर अलग-अलग जगह फंस गए थे। इसके बाद सरकार ने मदद की जगह हाथ खड़े कर दिए थे। उसी दौरान सोनू सूद ने घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की आर्थिक मदद की थी। इसके अलावा उनके लिए भोजन, वाहन आदि का इंतजाम किया था। तब से वह मीडिया और आम लोगों के बीच काफी प्रशंसा हासिल कर चुके हैं।

आयकर विभाग की ओर से हो रही छापेमारी को लेकर विपक्षी दल सत्तारूढ भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा हैं कि सूद के खिलाफ कार्रवाई बदले की भावना से की गई है जो भाजपा को महंगी पड़ेगी। अखबार ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा सदस्य होने का दावा करने वाली पार्टी को दिल भी बड़ा रखना चाहिए।

शिवसेना ने कहा कि महा विकास आघाड़ी के मंत्रियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करना, राज्य विधान परिषद में नामांकन के लिए राज्य के राज्यपाल पर 12 सदस्यों को रोकने का दबाव डालना और सोनू सूद जैसे अभिनेता के खिलाफ छापेमारी एक छोटी और संकीर्ण मानसिकता का संकेत है। यह बदले की भावना की कार्रवाई है और एक दिन इसका खामियाजा मिलना तय है। 

वहीं इससे पहले दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने पूर्व आईएएस और मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर घर और दफ्तरों पर गुरुवार को छापेमारी की थी। प्रवर्तन निदेशालय ने 2002 के गुजरात दंगों के बाद अपनी आईएएस अफसरी छोड़ने वाले हर्ष मंदर के खिलाफ यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेन्स विंग की तरफ से दर्ज की गई एफआईआर के बाद की। इससे कुछ घंटों पहले ही हर्ष मंदर और उनकी पत्नी जर्मनी के लिए रवाना हो गए थे और प्रवर्तन निदेशालय ने उनके पीछे से छापा मारा था। ये कार्रवाई चिल्ड्रेन होम्स में पैसों की कथित गड़बड़ी के मामले में की गई। 

Tags:    

Similar News