मोदी सरकार की अफगान नीति को लेकर सुब्रह्मण्यम स्वामी का तंज, विदेश मंत्री जयशंकर व NSA डोभाल पर भी निशाना

सरकार की कई नीतियों की आलोचना कर चुके सुब्रह्मण्यम स्वामी अफगानिस्तान को लेकर केंद्र की विदेश नीति की भी आलोचना कर रहे हैं, उन्होंने एक बार फिर सरकार की विदेश नीति पर तंज कसते हुए इसकी आलोचना की है..

Update: 2021-08-28 06:55 GMT

बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अफगान नीति को लेकर केंद्र पर तंज किया है (File pic.)

जनज्वार। बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी अक्सर अपनी ही पार्टी की सरकार पर टूट पड़ते हैं। सरकार की कई नीतियों की आलोचना कर चुके सुब्रह्मण्यम स्वामी अफगानिस्तान को लेकर केंद्र की विदेश नीति की भी आलोचना कर रहे हैं। स्वामी सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर खासे सक्रिय रहते हैं और उनके अधिकतर ट्वीट पर सोशल मीडिया में बहस छिड़ जाती है। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अफगानिस्तान मुद्दे को लेकर एक बार फिर सरकार की विदेश नीति पर तंज कसते हुए इसकी आलोचना की है।

दरअसल, बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्विटर यूजर द्वारा उन्हें टैग कर लिखे गए ट्वीट का जबाब देते हुए यह तंज किया है। यूजर के ट्वीट के जवाब में स्वामी ने लिखा कि सभी विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अफगानिस्तान में  हो रहे घटनाक्रमों की सिर्फ निगरानी, ​​जांच और प्रतीक्षा ही करते हैं। यदि कोई तालिबान आतंकवादी विदेश मंत्री एस जयशंकर या राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के ऊपर हेंड ग्रेनेड भी फेंक देगा तो वे पहले इंतजार करेंगे और देखेंगे कि वह फटता है या नहीं।

शनिवार को एक ट्विटर हैंडल @ArtiSharma001 द्वारा अफगानिस्तान मुद्दे से जुड़ी एक खबर ट्विटर पर शेयर की गई। ट्विटर हैंडल द्वारा किए गए ट्वीट के साथ भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को टैग करते करते हुए लिखा गया कि भारत अनस और खलील अल-रहमान हक्कानी नेटवर्क की निगरानी कर रहा है।

ट्विटर यूजर के इस ट्वीट पर सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी फौरन जबाब दिया। उन्होंने जवाब देते हुए विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दोनों को निशाने पर ले लिया। स्वामी के ट्वीट के बाद अब ट्विटर यूजर्स जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई ट्विटर यूजर्स ने स्वामी का समर्थन किया है।

बता दें कि पिछले दिनों भी सुब्रमण्यम स्वामी ने अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा था कि भारत सरकार को अमरुल्लाह सालेह और मसूद के बेटे की अगुवाई वाले स्वतंत्र अफगानिस्तान पर विचार करना चाहिए। इस मुद्दे पर चुप रहकर मोदी केवल पाकिस्तान और तालिबान का हौसला बढ़ाएंगे।

Tags:    

Similar News