#FarmersProtest सुधीर चौधरी चमचा है ट्विटर पर कर गया ट्रेंड, लोगों ने लिख दिया RIP जर्नलिज्म

सुधीर चौधरी द्वारा किसान आंदोलन में खालिस्तान समर्थकों के शामिल होने की बात कहे जाने और वोट बैंक पाॅलिटिक्स होने की बात कहे जाने से लोग गुस्से में हैं और #SudhirChaudharyChamchaHai के जरिए उसे प्रकट कर रहे हैं...

Update: 2020-11-30 08:52 GMT

सोशल मीडिया पर शेयर किया गया सुधीर चौधरी का एक मिम।

जनज्वार। माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर सुधीर चौधरी चमचा है ट्रेंड कर रहा है। इस हैशटैग पर दोपहर दो बजे तक करीब 10 हजार ट्वीट किए जा चुके हैं। लोग पत्रकार सुधीर चौधरी की इस टैग पर आलोचना कर रहे हैं। सुधीर चौधरी ने अपने ट्विटर एकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर किसान आंदोलन में भिंडरावाला की तसवीर व समर्थक होने का आरोप लगाया था।


सुधीर चौधरी ने यह सवाल पूछा था कि आप खालिस्तान समर्थकों के साथ हैं। सुधीर चौधरी ने अपने ट्वीट के लिए आंदोलन में खालिस्तान हैशटैग का प्रयोग किया था, जिसको लेकर लोग उनकी तीखी आलोचना कर रहे हैं।




लोग सुधीर चौधरी को सरकारी व भाजपा का पत्रकार बता रहे हैं और RIP जर्नलिज्म लिख रहे हैं। मोहम्मद तौसीम अकरम नाम के ट्विटर एकाउंट से लिखा गया कि यह आदमी प्रदर्शनकारियों को खालिस्तानी बता रहा है, ऐसे में कोई शक नहीं है कि सुधीर चौधरी चमचा है। यह व्यक्ति भारतीय पत्रकारिता का अबतक का सबसे निर्लज्ज शख्स है। किसान की उगाई रोटी खाकर उन्हीं को आतंकवादी कहते हो। शर्म करो सुधीर चौधरी। वहीं, एक ट्विटर यूजर ने सुधीर चौधरीको पत्रकारिता पर कलंक बताया।

कई लोगों ने यह भी लिखा की पीत्र पत्रकारिता करने वाले इस शख्स ने 2000 के नोट में चिप होने की खोज की थी। अब यह व्यक्ति किसानों को खालिस्तानी कह रहा है।


एक व्यक्ति ने लिखा कि तिहाड़ी सुधीर चौधरी अब वोट बैंक पाॅलिटिक्स किसानों के विरोध प्रदर्शन में देख रहा है। सुधीर चौधरी  ने अपने टीवी चैनल पर एक शो किया था जिसमें किसान आंदोलन में वोटबैंक पाॅलिटिक्स करने वालों की बड़ी भूमिका बतायी थी।

लोग सुधीर चौधरी का तरह-तरह का मिम बनाकर भी उनके प्रति अपने गुस्से का प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग यह भी लिख रहे हैं कि यह सिख बनाम हिंदू की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह किसान बनाम सरकार की लड़ाई है।

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