केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के भतीजे मोनू पटेल की संदिग्ध मौत, 15 दिन पहले दलित युवक पर सामूहिक हमले के आरोप में किया गया था अरेस्ट
नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव विधानसभा से भाजपा विधायक जालमसिंह के 34 वर्षीय बेटे मोनू पटेल पर कई मामले दर्ज थे, मगर आज जब अचानक मोनू की मौत की खबर आयी तो हर कोई हैरान है...
Monu Patel Death : मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायक जालमसिंह पटेल के बेटे और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के भतीजे मणि नागेंद्र उर्फ मोनू पटेल की आज रविवार 30 अप्रैल की शाम 7 बजे के आसपास मौत की खबर आयी है। मौत का कारण मीडिया में भी अलग अलग आ रहे हैं, इसलिए अभी यह कहना मुश्किल है कि मोनू पटेल की मौत का असली कारण क्या था। गौरतलब है कि 2 हफ्ते पहले ही केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के भतीजे मोनू पटेल की एक दलित युवक पर सामूहिक हमले के आरोप में गिरफ्तारी हुयी थी और बाद में विशेष न्यायालय द्वारा जेल भेजे जाने के बाद मोनू को हाईकोर्ट ने बरी कर दिया गया था।
नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव विधानसभा से भाजपा विधायक जालमसिंह के 34 वर्षीय बेटे मोनू पटेल पर कई मामले दर्ज थे, मगर आज जब अचानक मोनू की मौत की खबर आयी तो हर कोई हैरान है। युवा नेता के बतौर अपनी पहचान बनाने वाले और कई मामलों में नामजद मोनू की मौत को शुरुआती तौर पर हार्टअटैक बताया जा रहा है। परिजनों के मुताबिक मोनू दिन से अपने कमरे में था। उसकी मां ने खाने के लिए बुलाया, मगर जब कोई आवाज नहीं आई तो परिजन कमरे में पहुंचे। मोनू बिस्तर पर उल्टा पड़ा हुआ मिला, आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि लगभग 15 दिन पहले केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के भतीजे मोनू पटेल को एक दलित युवक पर सामूहिक हमले के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। विशेष न्यायालय द्वारा मोनू को जेल भेजे जाने के बाद उसे हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था। मोनू की मौत इस घटना के बाद से संदेहास्पद लग रही है, कुछ लोग कह रहे हैं कि उसकी हत्या की गयी है। आपराधिक छवि के मोनू पर कम उम्र में ही कई मुदकमे दर्ज हो चुके थे। कई बार तो कुछ दिनों के अंतराल पर उसका नाम एक के बाद एक आपराधिक घटना में सामने आ चुका है।