Target Killing in Kashmir: घाटी से 175 हिंदुओं का पलायन, रोकने के लिए हाईवे पर पुलिस ने बनाए चेकपोस्ट

Target Killing in Kashmir: कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने गुरुवार सुबह एक बैंक कर्मी को गोली मार दी। घायल बैंक कर्मी का नाम विजय कुमार है, जो इलाकाही देहाती बैंक के मैनेजर थे।

Update: 2022-06-02 06:57 GMT

Target Killing in Kashmir: घाटी से 175 हिंदुओं का पलायन, रोकने के लिए हाईवे पर पुलिस ने बनाए चेकपोस्ट

Target Killing in Kashmir: कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने गुरुवार सुबह एक बैंक कर्मी को गोली मार दी। घायल बैंक कर्मी का नाम विजय कुमार है, जो इलाकाही देहाती बैंक के मैनेजर थे। इस बीच, बारामूला में 175 हिंदू परिवारों के जम्मू भागने की खबर है। कश्मीरी पंडित और हिंदू परिवारों को जम्मू पलायन करने से रोकने के लिए पुलिस ने पठानकोट हाईवे पर चेकपोस्ट बना दिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा प्रबंध का जायजा लेंगे।

इस बीच घाटी में गांदरबल जिले के तुल्लमतुल्ला, बड़गाम के शेखपोरा, अनंतनाग के वीसू और बारामूला, कुपवाड़ा जिलों में उन सभी स्थानों पर बख्तरबंद गाड़ियां तैनात की जा रही हैं, जहां कश्मीरी पंडितों के मकान हैं। श्रीनगर में भी कश्मीरी पंडितों के घर के बाहर सुरक्षा चाक-चौबंद की जा रही है। श्रीनगर के लोग इन नजारों के आदी हो चले हैं। लेकिन एक असमंजस की स्थिति जो हाल के दिनों में बनी है, वह धीरे-धीरे गहरी होती जा रही है।

राजस्थान के थे विजय कुमार

आतंकियों का निशाना बने विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे। उनका इलाज पास के अस्पताल में चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। आतंकवादियों ने उन्हें उस समय गोली मारी, जब वह आरेह मोहनपोरा ब्रांच में ड्यूटी पर थे। टीआरएफ नाम के संगठन ने इस आतंकी घटना की जिम्मेदारी ली है।

बारामूला में केवल आधे रह गए हैं हिंदू कर्मचारी

बारामूला के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक अवतार कृष्ण भट्ट का दावा है कि उनके जिले में काम करने वाले 350 हिंदू परिवारों में से आधे जम्मू भाग चुके हैं। मंगलवार को कुलगाम में शिक्षिका रजनी बाला की दिन-दहाड़े आतंकियों द्वारा की गई हत्या ने लोगों को डरा दिया है। एक महीने में आतंकियों ने 7 लोगों को निशाना बनाकर उनकी हत्या की है। अवतार कहते हैं, हमारा ट्रक तैयार है। हम किसी भी समय यहां से निकल जाएंगे। कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को निशाना बनाकर की जा रहीं हत्याओं से हम सदमे में हैं। प्रशासन ने घाटी में विभिन्न इलाकों पर काम कर रहे कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को उनकी सुरक्षित तैनाती का अभियान शुरू किया है, जो 6 जून तक चलने वाला है। हालांकि, अवतार को यह नाकाफी लगता है। उनकी मांग है कि कश्मीर में काम कर रहे हिंदुओं को जम्मू भेज दिया जाए। कश्मीर के शिक्षा निदेशक को भेजी एक चिट्ठी में एक हिंदू अनुसूचित जाति के कर्मचारी ने भी यही मांग की है। अब एससी कोटे से घाटी में तैनात हिंदू कर्मचारी भी कश्मीरी पंडितों के साथ कंधा मिलाकर जम्मू भेजने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

सेना और सुरक्षा बलों से अमन कायम नहीं होगा

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने प्रशासन से घाटी में अमन बहाली के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की सलाह दी है। फारूक का कहना है कि फिलहाल घाटी में जो हालात हैं, उसमें प्रशासन को अधिकतम सतर्कता बरतनी होगा, क्योंकि अमरनाथ यात्रा सिर पर है। इस दौरान किसी भी आतंकी वारदात का पूरे देश पर असर होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि केवल पुलिस और सेना की बदौलत घाटी में अमन कायम नहीं किया जा सकता है।

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