Air India बिकने पर बोले उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया- भारत के लिए अहम दिन, एयरलाइन के लिए नयी सुबह
Air India : सिंधिया ने कहा कि एयर इंडिया की बिक्री एयरलाइन के लिए एक नयी सुबह का प्रतीक है और उन्हें उम्मीद है कि विमान वाहक सफल संचालन के जरिए लोगों को करीब लाना जारी रखेगा।
जनज्वार। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने टाटा समूह (Tata Group) द्वारा एयर इंडिया (Air India) को खरीदपने पर इसे 'भारत के लिए अहम दिन' व 'एयर इंडिया के लिए नयी सुबह' करार दिया है। टाटा संस ने जिस विमानन कंपनी एयर एंडिया की स्थापना 100 से भी ज्यादा साल पहले की थी उसके लिए 18 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाकर 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है।
सिंधिया ने कहा कि एयर इंडिया की बिक्री एयरलाइन के लिए एक नयी सुबह का प्रतीक है और उन्हें उम्मीद है कि विमान वाहक सफल संचालन के जरिए लोगों को करीब लाना जारी रखेगा।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि एयर इंडिया की टाटा समूह में वापसी एयरलाइंस के लिए एक नयी सुबह का प्रतीक है। नए प्रबंधन को मेरी शुभकामनाएं और विमानन कंपनी के उड़ान भरने के लिए एक नया रनवे बनाने के कठिन कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए दीपम सचिव और नागररिक उड्डयन मंत्रालय को बधाई। सिंधिया ने साथ ही यह भी लिखा है कि मुझे उम्मीद है कि विमानन कंपनी अपने सफल संचालन के जरिए अपने लोगों को करीब लाने के मिशन को जारी रखेगी।
वहीं सरकारी कंपनियों के निजीकरण की जिम्मेदारियों को संभालने वाले केंद्र सरकार के निवेश एवं लोक संपत्ति प्रकबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन पांडेय ने कहा कि टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की एक विशेष ईकाई सफल बोलीदाता के रूप में उभरी है। एयर इंडिया के अधिग्रहण की दौड़ में टाटा संस ने स्पाइसजेट के प्रवर्तक अजय सिंह की अगुवाई वाले समूह को पीछे छोड़ा। दीपम के सचिव ने कहा कि टाटा की 18 हजार करोड़ रुपये की बोली में 15300 करोड़ रुपये का कर्ज लेना और बाकी का नकद भुगतान करना शामिल है।
वहीं टाटा संस के चेयरमैंने रतन टाटा ने भी इस कदम का स्वागत करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- वेलकम बैक, एयर इंडिया।
इस महीने की शुरुआत में टाटा संस और स्पाइसजेट के चेयरमैने अज सिंह दोनों ने बोली लगाई थी। पिछले महीने रिपोर्ट्स में बताया गया था कि टाटा ने बोली जीत ली है, हालांकि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसे खारिज कर दिया था। उन्होंने तब कहा था कि अभी कुछ भी अंतिम रूप नहीं दिया है।
रतन टाटा ने शुक्रवार को एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए टाटा संस की 18 हजार करोड़ रुपये की बोली स्वीकार करने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया और कहा कि एयरलाइन समूह के लिए एक मजबूत बाजारर अवसर प्रदान करती है। हालांकि कर्ज में डूबी एयर इंडिया को पटली पर लाने के लिए काफी प्रयास की जरूरत होगी।