Tawang Clash: तवांग झड़प पर संसद में सरकार को घेरने की तैयारी, खड़गे ने बुलाई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक
Tawang Clash: विपक्षी दलों कहना है कि तवांग में झड़प के मुद्दे पर उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया है। इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बयान तो दिया, लेकिन तथ्य पेश नहीं किए हैं। ऐसे में विपक्ष की रणनीति को लेकर तमाम मद्दों पर आज चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है।
Tawang Clash: कांग्रस पार्टी अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने आज सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अरुणाचल प्रदेश के तवांग (Tawang) में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बयान और शीतकालीन सत्र (Winter Session) के लिए रणनीति पर चर्चा की जाएगी। संसद के शीतकालीन सत्र में कई मु्द्दों पर चर्चा की जा रही है। वहीं विपक्षी दल सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रहे हैं।
विपक्षी दलों कहना है कि तवांग में झड़प के मुद्दे पर उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया है। इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बयान तो दिया, लेकिन तथ्य पेश नहीं किए हैं। ऐसे में विपक्ष की रणनीति को लेकर तमाम मद्दों पर आज चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है।
बता दें कि मंगलवार को सदन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चीन के रवैये को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि सरकार मूकदर्शक बनकर रह गई है। इसके साथ ही मंगलवार को एक संसदीय समिति ने राज्यसभा में सीआरपीएफ और बीएसएफ जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में महिलाओं की बहुत कम भर्ती किए जाने पर निराशा जताई थी। समिति ने इस ओर ध्यान देते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। ताकि महिलाओं को सुरक्षा बलों में शामिल करने के लिए प्रेरित किया जा सके।
अपने बयान में बोले रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने अपने बयान में बताया कि 09 दिसंबर 2022 को PLA सैनिकों ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की। जिसका हमारी सेना ने दृढ़ता से सामना किया। उस दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और हाथापाई हो गई। इस झड़प में दोनों देशों के कुछ सैनिकों को चोटें आईं थी। लेकिन इस झड़प में हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ था।