तीस्ता सीतलवाड़ और मोहम्मद जुबैर समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ चलाया जाएगा विरोध आंदोलन
तीस्ता सीतलवाड़, आनंद तेलतुम्बुले, गुल्फशा, गौतम नवलखा, शोमा सेन, उमर खालिद, साईबाबा, मोहम्मद जुबैर जैसे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं, विद्वानों, पत्रकार, शिक्षाविद और वकीलों की गैरकानूनी गिरफ्तारी एवम CAA विरोधी आंदोलन के विभिन्न कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है...
जनज्वार डेस्क। ऑल इंडिया यूनियन ऑफ फॉरेस्ट वर्किंग पीपल AIUFWP कार्यालय में 16 जुलाई, 2022 को विभिन्न जनआंदोलन द्वारा एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें चर्चा की गई कि तीस्ता सीतलवाड़, आनंद तेलतुम्बुले, गुल्फशा, गौतम नवलखा, शोमा सेन, उमर खालिद, साईबाबा, मोहम्मद जुबैर जैसे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं, विद्वानों, पत्रकार, शिक्षाविद और वकीलों की गैरकानूनी गिरफ्तारी एवम CAA विरोधी आंदोलन के विभिन्न कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है। जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी शासन में उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि अन्याय, भेदभाव और स्वतंत्रता से लड़ने वाले राजनीतिक कार्यकर्ताओं, लेखकों, वकीलों के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए। इस बैठक में दो अहम फैसले लिए गए।
1. लोकतांत्रिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए काम करने वाले सभी कार्यकर्ताओं, विद्वानों, लेखकों, पत्रकारों, वकीलों की बिना शर्त रिहाई।
2. सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को बिना शर्त रिहा होने तक "राजनीतिक बंदियों" का दर्जा दिया जाना।
विभिन्न स्तरों पर चलाए जाएंगे विरोध आंदोलन
इन दोनों मांगों को जन अभियान के माध्यम से चलाया जाएगा और इसके बाद विभिन्न स्तरों पर विरोध आंदोलन चलाए जाएंगे। निम्नलिखित कार्यक्रमों को चलाया जाएगा -
1. हस्ताक्षर अभियान
2. पोस्ट कार्ड अभियान
3. 14 अगस्त की शाम से 15 अगस्त की सुबह तक हमारी आजादी का जश्न।
5. राजनीतिक बंदियों की रिहाई के समर्थन में एक पैम्फलेट जारी करना।
6. बिना किसी मुकदमे के जेल में बंद राजनीतिक कैदियों के जीवन और संघर्षों को दर्शाने वाली सभी भाषाओं में एक छोटी पुस्तिका प्रकाशित करना।
राजनैतिक बंदियों को जल्द रिहा करने की मांग
हम सभी लोकतांत्रिक और सामाजिक आंदोलन अपील करते है की हमारे संवैधानिक एवम सामाजिक न्याय के अधिकारों को सर्वोप्रिय रखा जाए और तमाम राजनैतिक बंदियों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए।
1. हन्नान मोल्ला, अखिल भारतीय किसान सभा
2. अशोक चौधरी, AIUFWP
3. मधु प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता
4. मुनिजा खान, सामाजिक कार्यकर्ता
5. दिनेश अबरोल, पीपल साइंस मूवमेंट।
6. रोमा, AIUFWP
7. शबीना, DSG
8. आंचल, डीएसजी
9.प्रिया, सीएफए
10. आशीष कालजा, सीएफए
11. शिशु रंजन AIRSO (अखिल भारतीय क्रांतिकारी छात्र संगठन)
13. निरंजन, AIRSO
12.धर्मेंद्र जोशी, समाजवादी लोक मंच
13. शशि पंडित,
अखिल भारतीय कबाड़ी मजदूर महासंघ (AIKMK)
15. एम. अबूजर, पत्रकार
16. प्रियदर्शिनी, सीएफए
17. सोस्मा, एआईयूएफडब्ल्यूपी
18. राजा रब्बी हुसैन, डीएसजी
19. एस्लामुन जहान, डीएसजी
20. डॉ. शुभेंधु घोष, सांस्कृतिक कार्यकर्ता