यूपी के देवरिया में फर्जी अस्पताल के जाली डॉक्टर ने कमा डाले लाखों, मरीज की मौत पर खुला मामला तब पुलिस दे रही दबिश

आरोपी डॉक्टर भटनी कस्बे के हरि कीर्तन मोहल्ले में 'उपहार चेस्ट केयर सेंटर' नाम से अवैध नर्सिंग होम चलाता था। नर्सिंग होम में आने वाले मरीजों में कोविड का लक्षण बताकर ऑक्सिजन सिलेंडर और दवा के नाम पर लाखों रुपए की वसूली कर लिया करता था...

Update: 2021-05-21 17:52 GMT

UP के देवरिया में फर्जी नर्सिंग होम चला रहा था नकली डॉक्टर.मरीज की मौत पर खुला रहस्य.सीज हुआ क्लीनिक.डॉक्टर फरार. photo - social media

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित कस्बा भटनी में कोरोना महामारी का इलाज करने के नाम पर लाखों रुपये वसूलने व ऑक्सिजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले एक अवैध नर्सिंग होम संचालक का खुलासा हुआ है। पुलिस ने फर्जी अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

दरअसल इस फ्रॉड डॉक्टर के खिलाफ 2 भुक्तभोगियों ने सीएमओ से शिकायत की थी। जांच में सभी शिकायतें सही पाई गईं। चिकित्सा अधिकारी की तहरीर पर भटनी पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ आपदा प्रबंधन और महामारी अधिनियम सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा कार्रवाई करते हुए नर्सिंग होम भी सील कर दिया गया है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आरोपी डॉक्टर भटनी कस्बे के हरि कीर्तन मोहल्ले में 'उपहार चेस्ट केयर सेंटर' नाम से अवैध नर्सिंग होम चलाता था। नर्सिंग होम में आने वाले मरीजों में कोविड का लक्षण बताकर ऑक्सिजन सिलेंडर और दवा के नाम पर लाखों रुपए की वसूली कर लिया करता था।

भटनी कस्बे के रामपुर खुरहुरिया वार्ड के सभासद भाई अभिषेक सिंह ने शिकायत की थी कि बीते 25 अप्रैल को उनके भाई की तबीयत खराब होने पर नगर के हरि कीर्तन मोहल्ले में उपहार चेस्ट केयर सेंटर चलाने वाले डॉ. मनोज शर्मा से इलाज कराया। मनोज शर्मा ने कोविड का लक्षण बताकर उनके भाई अविनाश को अपने नर्सिंग होम में भर्ती कर लिया। जहां 15 हजार रुपये लेकर इलाज शुरू किया गया।

भर्ती करने से दो दिन बाद डॉक्टर ने उनसे एक लाख रुपये और ऑक्सिजन सिलेंडर भी ले लिया। 29 अप्रैल को भाई की हालत खराब होने पर उसने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पर 5 मई को अविनाश सिंह की मौत हो गई।

ऐसी ही एक शिकायत भटनी थाना क्षेत्र के कुरमौटा घुरी गांव निवासी विशाल शर्मा ने भी की थी। विशाल के मुताबिक उक्त डॉक्टर ने उनके पिता इंद्रदेव शर्मा को हल्का बुखार होने पर नर्सिंग होम में भर्ती कर लिया और ऑक्सिजन और वेंटीलेटर के नाम पर 70 हजार रुपये ले लिया। अवैध डॉक्टर के गलत इलाज के चलते उनके पिता की मौत भी हो गई थी।

पीड़ितों की शिकायत पर भटनी के सीएमओ डॉक्टर एनपी सिंह की ओर से की गई जांच में दोनों मामले सही पाए गए। डॉक्टर के पास न तो कोई डिग्री मिली और न ही नर्सिंग होम का लाइसेंस। जबकि उसकी ओर से चलाए जा रहे उपहार चेस्ट केयर सेंटर के नाम से अवैध नर्सिंग होम में अंग्रेजी दवाखाना, मेडिकल उपकरण आदि बरामद हुआ।

इस पूरे मामले में भटनी के चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी सिंह की तहरीर पर पुलिस ने उपहार चेस्ट केयर सेंटर के नाम से अवैध नर्सिंग होम चलाने वाले डॉक्टर मनोज कुमार शर्मा के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट 15( 3) और महामारी अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर नर्सिंग होम को सील कर दिया है। पुलिस फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है। 

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