महाराष्ट्र में लगातार बारिश के बीच भूस्खलन से 36 लोगों की मौत,कई लोगों के अब भी दबे होने की आशंका
रायगढ़ के महाड तालुका के तलिये गांव में गुरुवार को हुए भूस्खलन में 32 लोगों की मौत हो गई। लगभग 35 घर मलबे में दब गए और कई लोगों के अभी भी लापता होने या इसके नीचे फंसे होने की आशंका है....
जनज्वार। लगातार बारिश के बीच महाराष्ट्र की दो अलग-अलग घटनाओं में भूस्खलन के चलते 36 लोगों की मौत हो गई है।
रायगढ़ के महाड तालुका के तलिये गांव में गुरुवार को हुए भूस्खलन में 32 लोगों की मौत हो गई। लगभग 35 घर मलबे में दब गए और कई लोगों के अभी भी लापता होने या इसके नीचे फंसे होने की आशंका है।
एक अन्य भूस्खलन की घटना पोलादपुर में हुई जहां चार लोगों की मौत हो गई, जो एक भूस्खलन संभावित क्षेत्र भी है। गुरुवार 22 जुलाई की शाम एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नौसेना और स्थानीय प्रशासन की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। हालांकि, भारी बारिश, जलभराव और कनेक्टिविटी की समस्या के चलते बचाव व राहत प्रयास बाधित हुए। स्थानीय अधिकारियों को हताहतों के सटीक विवरण का पता लगाना बाकी है।
रायगढ़ जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा, "मलबे से 32 शव बरामद किए गए हैं और बचाव अभियान अभी भी जारी है।"
जिला प्रशासन के अनुसार जिले में करीब 110 गांव भूस्खलन की चपेट में हैं और इनमें से 20 विशेष रूप से खतरे में हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि बचाव अभियान चल रहा है और उन्होंने उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निकालने और स्थानांतरित करने का आदेश दिया है जहां भूस्खलन की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और प्रभावितों को सहायता प्रदान की जा रही है।