आजादी की पूर्व संध्या पर तीन मजदूरों की गई जान, सेफ्टी मैनेजमेंट की लापरवाही बना कारण

महुआडांड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की गंभीर हालत को देखते हुए तीनों को लातेहार रेफर कर दिया गया, जहाँ रास्ते में ही तीनों की मौत हो गई.....

Update: 2021-08-14 16:51 GMT

विशद कुमार की रिपोर्ट

जनज्वार। झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत महुआडांड़ थाना क्षेत्र के चंम्पा पंचायत के ग्राम मेराम में पानी टंकी निर्माण में सीढ़ी चढ़ाने के क्रम में पीलर टूट जाने की वजह से तीन मजदूर नूर हसन (36 वर्ष), मनीर अंसारी (42 वर्ष) एवं फुलकार अंसारी (30 वर्ष) की मृत्यु हो गई। तीनों मजदूर धनबाद के संज्ञाटांड़ के रहने वाले थे।

बताते चलें कि पेयजल आपूर्ति विभाग द्वारा शहरी लोध पेयजल आपूर्ति योजना के तहत 44 करोड़ की लागत से बनाये जा रहे जलापूर्ति योजना कार्य में ख़राब गुणवत्ता व सेफ्टी मैनेजमेंट की लापरवाही ने 14 अगस्त आजादी की पूर्व संध्या को तीन मजदूरों की जान ले ली। महुआडांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत चम्पा पंचायत के ग्राम मेराम में पानी टंकी निर्माण में सीढ़ी चढ़ाने के क्रम में पीलर टूट जाने की वजह से तीन मजदूर नूर हसन (36), मनीर अंसारी (42) एवं फुलकार अंसारी (30) की मृत्यु हो गई। तीनों मजदूर धनबाद के संज्ञाटांड़ के रहने वाले थे।

इस संबंध में मेराम गांव के प्रत्यक्षदर्शी राजेश हुरुहुरिया ने बताया कि लगभग दोपहर 12:30 बजे तीनों मजदूर एवं अन्य पांच मजदूरों के साथ पानी टंकी के सबसे ऊपरी तल्ले पर सीढ़ी चढ़ा रहे थे। इसी दौरान खराब गुणवत्ता के कारण पालर टूट गया, जिसकी वजह से तीनों मज़दूर लगभग 80 फ़ीट की ऊँचाई से सीधे जमीन पर आ गिरे, जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें मौके पर काम कर रहे अन्य साथी मजदूर एवं गांव के ग्रामीणों के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महुआडांड ले जाया गया।

महुआडांड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की गंभीर हालत को देखते हुए तीनों को लातेहार रेफर कर दिया गया। जहाँ रास्ते में ही तीनों की मौत हो गई। वहीं मृतक मजदूर के साथी मोहम्मद जाकिर अंसारी ने बताया कि हमलोग पानी टंकी की सीढ़ी रस्सी के द्वारा चढ़ा रहे थे कि अचानक पीलर टूट गया और सीढ़ी के साथ तीनो मजदूर गिर कर घायल हो गए। दो की हालत घटनास्थल पर ही गंभीर थी।

इस घटना की जानकारी मिलते ही महुआडांड़ एसडीओ नित निखिल सुरीन और महुआडांड़ थाना प्रभारी असीम रजक घटनास्थल पर पहुंचे गांव के लोगों से पूछताछ की।

इस संबंध मे एसडीओ सुरीन ने बताया कि मामले की जानकारी जिला उपायुक्त को दी गई, वहीं घटनास्थल पर जांच के क्रम में लोगों से जानकारी प्राप्त हुई कि सीढ़ी चढ़ाने के क्रम में यह दुर्घटना घटी है। प्रथम दृष्टया लगता है, कि कार्य के दौरान सेफ्टी मैनेजमेंट का पालन नहीं किया जा रहा था। साथ ही मजदूरों को सरकारी प्रवाधान के तहत मुआवजा देने की बात कही।

ऊंचाई पर काम कराये जाने के बावजूद सेफ्टी मैनेजमेंट का भी पालन नहीं किया जा रहा था और मजदूरों ने सेफ्टी बेल्ट नहीं लगा रखा था और न ही जाली लगाई गई थी।

महुआडांड़ में पानी टंकी निर्माण कार्य के दौरान हुये दुर्घटना में मृत श्रमिकों को पोस्टमोर्टम के लिए सदर अस्पताल लाये जाने पर उपायुक्त लातेहार अबु इमरान सदर अस्पताल पहुंचे और मृतक श्रमिकों के सहकर्मियों से दुर्घटना के बारे जानकारी ली।

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